नई औपचारिक नौकरियों का सृजन लगातार दूसरे महीने गिरा है और जनवरी में यह 20 माह के निचले स्तर पर पहुंच गया है। इससे रोजगार के बाजार पर दबाव के संकेत मिलते हैं। सोमवार को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की ओर से जारी आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।
कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) में नए मासिक सदस्यों की संख्या दिसंबर के 8,40,374 से 7.5 प्रतिशत घटकर जनवरी में 7,77,232 रह गई।
यह ईपीएफ में शामिल होने वाले नए सबस्क्राइबरों की मई 2021 के बाद सबसे कम संख्या है, जब इस फंड में महज 6,49,618 सदस्य शामिल हुए थे। इसके पहले वित्त वर्ष 23 में नए मासिक सदस्यों की संख्या लगातार 6 महीने तक अप्रैल से सितंबर के बीच 10 लाख से ऊपर बनी रही थी और जुलाई में 11,59,350 पर पहुंच गई थी।
पेरोल के आंकड़ों में शुद्ध रूप से शामिल लोगों, जिसकी गणना नए सबस्क्राइबरों, इस योजना से निकले सदस्यों और वापस आए पुराने सदस्यों के योग से की जाती है, की संख्या 16 प्रतिशत बढ़कर जनवरी में 14.8 लाख हो गई है, जो दिसंबर में 12.8 लाख थी।
बहरहाल शुद्ध मासिक पेरोल के आंकड़े अनंतिम प्रकृति के होते हैं और अक्सर इनमें आने वाले महीनों में तेज बदलाव होता है। इसकी वजह से नए ईपीएफ सदस्यों के आंकड़ों की विश्वसनीयता ज्यादा होती है।