कंपनी का शुद्ध लाभ 8.3 प्रतिशत तक बढ़कर 668.3 करोड़ रुपये पर पहुंच गया सितंबर तिमाही में नेस्ले इंडिया का शुद्ध लाभ 8.3 प्रतिशत तक बढ़कर 668.3 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कच्चे माल की ऊंची लागत के बावजूद कंपनी को सितंबर तिमाही में बिक्री वृद्धि से मदद मिली। कंपनी की शुद्ध बिक्री सालाना आधार पर तीसरी तिमाही में 18.2 प्रतिशत बढ़कर 4,566.6 करोड़ रुपये रही। तिमाही के दौरान यह पिछले पांच साल में सर्वाधिक बिक्री वृद्धि है।
तिमाही के दौरान, कंपनी द्वारा इस्तेमाल किए गए कच्चे माल की लागत 1,952.7 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल 1,499.3 करोड़ रुपये थी। नेस्ले इंडिया जनवरी-दिसंबर के वित्त वर्ष पर अमल करती है।
नेस्ले इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन ने कंपनी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है, ‘मैं यह बताने के लिए उत्साहित हूं कि हमने पिछले पांच साल में किसी एक तिमाही में सर्वाधिक बिक्री वृद्धि दर्ज की है। यह सफलता मजबूत मजबूत बिक्री और सभी श्रेणियों में दो अंक की वृद्धि की मदद से हासिल हुई।’
उन्होंने कहा, ‘बड़े महानगरों और अन्य प्रमुख शहरों में वृद्धि की रफ्तार बेहद मजबूत रही और ग्रामीण बाजारों समेत सभी छोटे इलाकों में यह मजबूत बनी रहेगी।’
अल्पावधि और मध्यावधि के लिए जिंसों से संबंधित परिदृश्य के बारे में कंपनी ने कहा, ‘वह खाद्य तेल और पैकेजिंग उत्पादों जैसी कुछ जिंसों की कीमतों में स्थिरता का संकेत देख रही है।’ हालांकि कंपनी का कहना है कि मांग बढ़ने की वजह से ताजा दूध, ईंधन, अनाज और ग्रीन कॉफी की कीमतें लगातार ऊंची बनी रहेंगी। दुग्ध उत्पादों एवं पोषण से संबंधित पूरे उत्पाद खंड ने अच्छा प्रदर्शन किया है। कंपनी का कहना है कि तिमाही में ‘मिल्मकेड’ ने मजबूत वृद्धि दर्ज की।
कंपनी के कन्फेक्शनरी उत्पादों ने भी शानदार मीडिया प्रचार, प्रोत्साहनों आदि की मदद से अच्छा प्रदर्शन किया। नेस्ले इंडिया ने बेवरेज श्रेणी में नैस्कैफे क्लासिक, सनराइज और वेंडिंग मिश्रण में मजबूत वृद्धि दर्ज की।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने कंपनी के बारे में अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘नेस्ले इंडिया खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञापन-खर्च एवं वितरण वृद्धि की मदद से सभी सेगमेंट में शानदार वृद्धि दर्ज कर रही है।’ ब्रोकरेज का मानना है कि भारत में पैकेज्ड फूड श्रेणी में कम पैठ स्तरों को देखते हुए तेजी की अच्छी संभावनाएं हैं।
