चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में पेज इंडस्ट्रीज का वित्तीय प्रदर्शन बाजार की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रहा और शुक्रवार को कंपनी के शेयर में 4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। वृद्धि के मोर्चे पर कंपनी अपने प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन कर रही है। इसके अलावा कंपनी मेन्स इनरवियर के अपने प्रमुख पोर्टफोलियो में वृद्धि संबंधी चिंताओं से जूझ रही है।
इन चिंताओं के कारण अगले कुछ वर्षों के लिए आय अनुमान में 5 से 17 फीसदी की कटौती की गई है। इसके अलावा मूल्यांकन काफी महंगा हो गया है जो वित्त वर्ष 2023 के प्रति शेयर आय अनुमान के मुकाबले 61 गुना अधिक है। इस प्रकार कैलेंडर वर्ष 2021 के आरंभ के बाद इस शेयर ने कमजोर प्रदर्शन किया और निकट भविष्य में भी उसकी कमजोरी बरकरार रहने की आशंका है।
इस शेयर के लिए तात्कालिक नकारात्मक धारणा जून तिमाही में उसके परिचालन प्रदर्शन को लेकर है। हालांकि भारत में जॉकी ब्रांड के विशेष लाइसेंसधारी के लिए बिक्री में वृद्धि मुख्य तौर पर एक साल पहले की समान अवधि में 70 फीसदी वॉल्यूम ग्रोथ से संचालित हुई। ऐसा कमजोर आधार पर दिखा और कोविड की दूसरी लहर ने कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया। ऐसे में पहली तिमाही के दौरान कंपनी की बिक्री घटकर लगभग आधी रह गई। क्रमिक आधार पर बिक्री एवं वॉल्यूम दोनों में 43 से 45 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, सालाना आधार पर राजस्व वृद्धि 76 फीसदी थी लेकिन वह 26 फीसदी के राजस्व अनुमान से चूक गई। कुल मिलाकर राजस्व वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही के मुकाबले 40 फीसदी कम रहा। कम परिचालन लीवरेज और अन्य खर्च में तेजी के कारण क्रमिक आधार पर मार्जिन 240 अपाधार अंक घटकर 6.8 फीसदी रह गया।
इस तिमाही के दौरान ई-कॉमर्स चैनल में वृद्धि (सालाना आधार पर 2.5 गुना वृद्धि) सकारात्मक बात रही। कंपनी की कुल बिक्री में इसका योगदान अब 19 फीसदी हो चुका है जो वित्त वर्ष 2021 में 7.4 फीसदी था। कंपनी ने संकेत दिया था कि जुलाई में सुधार होने के साथ ही स्थिति बेहतर होगी और यह अप्रैल के प्रदर्शन के समान है। प्रबंधन का मानना है कि स्थिति में सुधार होने के साथ ही मार्जिन भी 21 फीसदी के स्तर पर लौट सकता है।
हालांकि जून में सुधार दिखा लेकिन विश्लेषकों ने बताया कि तिमाही के दौरान प्रतिस्पर्धा कहीं बेहतर रही जिसे अटकी हुई मांग से बल मिला। उदाहरण के लिए, इनवियर श्रेणी में आदित्य बिड़ला फैशन ऐंड रिटेल की बिक्री एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले दोगुनी हो गई और वह कोविड-पूर्व स्तर से भी अधिक दर्ज की गई। डॉलर इंडस्ट्रीज ने सालाना आधार पर 28 फीसदी की वृद्धि दर्ज की जो वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही के मुकाबले 88 फीसदी है। इसी प्रकमार लक्स इंडस्ट्रीज ने एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 32 फीसदी की वृद्धि दर्ज की।