लॉजिस्टिक्स की सुविधा देने वाली गेटवे डिस्ट्रिपाक्र्स लिमिटेड ने आज कहा कि एनसीएलटी के मुंबई पीठ ने दो सहायकों गेटवे ईस्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और गेटवे रेल फ्रेट लिमिटेड के साथ एकीकरण की योजना से संबंधित याचिका पर अपनी मंजूरी दे दी।
कंपनी की याचिका एनसीएलटी के सामने 2 दिसंबर, 2021 को अंतिम सुनवाई के तौर पर सूचीबद्ध थी। गेटवे डिस्ट्रिपाक्र्स अब एनसीएलटी के आदेश की प्रमाणित प्रति का इंतजार कर रही है और यह मिलने के बाद स्टॉक एक्सचेंजों को इसकी सूचना देगी। कंपनी ने बीएसई को भेजी सूचना में ये बातें कही है।
गेटवे डिस्ट्रिपाक्र्स का शेयर बीएसई पर आज एक दिन पहले के बंद भाव के मुकाबले 270 रुपये प्रति शेयर पर स्थिर बंद हुआ।
गेटवे ईस्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, गेटवे डिस्ट्रिपाक्र्स की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक है और गेटवे रेल फ्रेट लिमिटेड में उसकी हिस्सेदारी 99.93 फीसदी है।
समूह के पुनर्गठन से दोनोंं सहायक कंपनियों का प्रबंधन बेहतर तरीके से होने की उम्मीद है और इंडिया रेटिंग्स इस घटनाक्रम को दोनों कंपनियों के लिए क्रेडिट न्यूट्रल मान रही है। एजेंसी ने हालिया रिपोर्ट मेंं ये बातें कही है।
सितंबर 2020 में गेटवे डिस्ट्रिपाक्र्स ने रिवर्स मर्जर की मिश्रित योजना का ऐलान किया था ताकि परिचालन के मामले में बेहतरी हो और लागत व नकदी प्रवाह के लिहाज से भी मामला सुविधाजनक बने।
गेटवे रेल फ्रेट लिमिटेड के जरिये गेटवे डिस्ट्रिपाक्र्स लगातार राजस्व व वॉल्यूम के लिहाज से देश में निजी क्षेत्र की अग्रणी रेल ऑपरेटर व उद्योग की सहभागी बनी हुई है और उसका स्थान कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के बाद है। इंडिया रेटिंग्स ने ये बातें कही है।
गेटवे डिस्ट्रिपाक्र्स का कंटेनर फ्रेट स्टेशन जेएनपीटी, कृष्णापत्तनम, विशाखापत्तनम और कोच्चि बंदरगाह में है। साथ ही गेटवे रेल फ्रेट लिमिटेड का इनलैंड कंटेनर डीपो का जुड़ाव रेल सेवाओं के जरिये मुंद्रा, पीपावाव और जेएनपीटी बंदरगाह से है।
