सिंगुर में नैनो संयंत्र को लेकर जारी गतिरोध खत्म नहीं होने की वजह से टाटा मोटर्स ने सिंगुर में अपने निर्माणाधीन संयंत्र से मशीनें हटानी शुरू कर दी हैं।
कंपनी के चेयरमैन रतन टाटा की ओर से परियोजना को सिंगुर से बाहर ले जाने की धमकी को अमलीजामा पहनाने का यह पहला संकेत है।
सूत्रों का कहना है कि कारखाने से मशीनें हटाई जा रही हैं। संकेत है कि यह सामान उत्तराखंड के पंतनगर स्थित कंपनी या पुणे ले जाया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि सिंगुर से उपकरण हटाना इस बात का संकेत है कि नैनो पश्चिम बंगाल से निकल जाएगी। टाटा मोटर्स के प्रवक्ता से जब इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया।
सरकारी अधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि की कि संयंत्र से सामान हटाया जा रहा है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह सामान कंपनी की ओर से हटाया जा रहा है या फिर ठेकेदार या वेंडर अपना सामान वहां से हटा रहे हैं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
ट्रांसपोर्ट से जुड़े सूत्रों का कहना है कि संयंत्र से 20 से ज्यादा कंटेनर सामान हटाया जा चुका है। इसके साथ ही हल्दिया पोर्ट से कई अन्य कंटेनरों को भी सामान हटाने के लिए बुक किया जा चुका है। इन कंटेनरों को टाटा मोटर्स के नाम से बुक किया जा रहा है।
इस बीच उत्तराखंड के वरिष्ठ अधिकारियों ने टाटा मोटर्स के वरिष्ठ अधिकारियों के देहरादून पहुंचने की पुष्टि की है। ये अधिकारी पंतनगर प्लांट के लिए लीज रेंट में रियायत और 100 एकड़ जमीन देने पर विचार-विमर्श करेंगे। नैनो के बारे में भी बातचीत की संभावना है।
