देसी प्राइवेट इक्विटी कंपनी मल्टीपल ऐसेट मैनेजमेंट साल 2030 तक 10 अरब डॉलर जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जिसमें से 8 अरब डॉलर वह विभिन्न कंपनियों में लगाएगी। इस कंपनी का गठन रेणुका रामनाथ ने किया है।
अभी तक पीई कंपनी ने करीब 2 अरब डॉलर जुटाए हैं। रामनाथ की चिंता यह है कि देसी संस्थान मसलन बैंक, बीमा कंपनियां और ईपीएफओ इस परिसंपत्ति वर्ग में रकम लगाने की अनिच्छुक है, लिहाजा उसे मुख्य रूप से विदेशी रकम पर आश्रित होना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, यह निर्भरता घटेगी क्योंकि भारतीय फैमिली बिजनेस निवेश आवंटन में इजाफा कर रहा है और इससे विदेशी निवेशकों पर उसकी निर्भरता में थोड़ी कमी लाने में मदद मिल सकती है।
अपनी रणनीति के बारे में सीईओ रामनाथ ने कहा, वह काफी महत्वाकांक्षी रही है। साल 2030 तक हम 10 अरब डॉलर जुटा लेंगे। अगले पांच साल में हम 3-4 अरब डॉलर जुटाने जा रहे हैं। अभी हमारे तीसरे फंड का 50 फीसदी निवेश किया जा चुका है। हमारी योजना अगले 12 महीने में 1 अरब डॉलर और जुटाने की है।
यह योजना इस अनुमान पर आधारित है कि भारत की आर्थिक रफ्तार जारी रहेगी। इस फंड ने कई कंपनियों मसलन ऑनलाइन यूनिकॉर्न ड्रीम्स-11 और डेलिवरी और ऑनलाइन मीट डिलिवरी कंपनी लिसियस में दांव लगाया है।
रामनाथ ने कहा कि देसी पीई की तरफ से जुटाई गई रकम का 90 फीसदी विदेशी निवेशकों मसलन ग्लोबल पेंशन फंडों, ग्लोबल फंड ऑफ फंड्स, विदेश में धनाढ्यों के फैमिली ऑफिस आदि से जुटाए गए हैं।
