टायर निर्माता एमआरएफ लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 54 फीसदी की गिरावट के साथ 189 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 411 करोड़ रुपये रहा था। कच्चे माल की बढ़ती लागत का असर कंपनी के लाभ पर पड़ा।
दूसरी ओर, कंपनी का परिचालन राजस्व इस अवधि में 16 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 4,244 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,908 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। समीक्षाधीन अवधि में कच्चे माल की लागत 69 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 3,839 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 2,272 करोड़ रुपये रही थी।
तैयार माल की इन्वेंट्री में बदलाव से दूसरी तिमाही में कंपनी को 691 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ जबकि पिछले साल की समान अवधि में उसे 80 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था। कुल खर्च भी 28 फीसदी की उछाल के साथ 3,718 करोड़ रुपये के मुकाबले 4,741 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी के निदेशक मंडल ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 3 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश का ऐलान किया है।
बीएचईएल का घाटा कम हुआ
सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लि. (बीएचईएल) को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकीकृत आधार पर 46.58 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 552.38 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। कुल आय बढ़कर 5,197.25 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 3,793.13 करोड़ रुपये रही थी।