प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनियों के बजट में कटौती का असर भारतीय आईटी कंपनियों पर भी पड़ रहा है। एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने माइक्रोसॉफ्ट के न्यूज प्रोडक्ट पर काम कर रहे 300 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने के लिए कहा है। संपर्क करने पर कंपनी ने सीधे तौर पर छंटनी को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, हमारी प्रौद्योगिकी और सेवाओं के क्षेत्र में मजबूत वृद्धि जारी है और यह हमारे लिए सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है।
सूत्रों ने बताया कि जिन लोगों को कंपनी छोड़ने के लिए कहा गया है, उनमें से ज्यादातर लोग भारत, फिलिपींस और ग्वाटेमाला से हैं।
माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और मेटा जैसे बड़ी तकनीकी कंपनियां पहले से ही कर्मचारियों से उत्पादकता बढ़ाने के लिए कह रही हैं। कंपनियों ने यात्रा जैसे खर्चों में भी कटौती की है। कुछ हफ्ते पहले एक सूत्र ने बताया कि फेसबुक कंटेंट मॉडरेशन का काम कर रहे अपने कुछ अनुबंध कर्मचारियों को भी हटा सकती है ।
ऐसा ही काम एक्सेंचर द्वारा किया गया था, जो अब सिंगापुर स्थित यह कंपनी कर रही है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस कदम से करीब 400 कर्मचारी प्रभावित होंगे।
अल्फाबेट के सुंदर पिचाई ने भी कर्मचारियों को अपनी उत्पादकता बढ़ाने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि कंपनी का लक्ष्य उत्पादकता में 20 फीसदी की बढ़ोतरी करना है।
विश्लेषकों की राय थी कि परियोजनाओं के अनुसार बजट कटौती शुरू हो गई है, हालांकि इन्हें कुल बजट कटौती नहीं कहा जा सकता है। इससे पहले अमेरिका स्थित रिटेलर मेसीज ने भी अपने आईटी विक्रेताओं को लिखा था कि वह बजट में कटौती कर रहा है। हम देख रहे हैं कि कुछ परियोजनाएं प्रभावित हो रही हैं। एक विश्लेषक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, यह स्पष्ट रूप से अमेरिका केंद्रित है। कंपनियां लागत को नियंत्रित करना चाहती हैं, खासकर जब से उन्होंने पिछले 1.5 वर्षों में तकनीक में भारी निवेश किया है।