मोदी रबर की सहायक कंपनी मोदी टायर कंपनी मई के मध्य से ट्रक और बस की क्रॉस प्लाई टायर फिर से बनाने के लिए तैयार है।
आठ साल के अंतराल के बाद कंपनी जर्मनी की टायर बनाने वाली कंपनी के साथ संयुक्त वेंचर के तहत टायर बनाएगी। एक अधिकारी ने कहा, ‘हम टाटा मोटर्स और अशोक लीलैंड को टायर आपूर्ति के लिए बात कर रहे हैं। हालांकि हमलोग रिप्लेसमेंट बाजार पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जहां बिक्री काफी अधिक है।’
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जबसे रेडियल ट्रक और बस टायर को प्रतिबंधित सूची में रखा गया है, तबसे टायर उद्योग के लिए अनुकूल माहौल बनने लगा है। कंपनी ने यस बैंक से 100 करोड़ रुपये की कार्यशील पूंजी कर्ज का भी इंतजाम किया है।
कंपनी टायर को प्रमोट करने के लिए अभियान चलाने की योजना बना रही है। अपने उत्पाद के लिए कंपनी 110 सी ऐंड एफ की नियुक्ति की प्रक्रिया में है। मोदी रबर ने टायर बनाने के लिए दुनिया की चौथी सबसे बड़ी टायर कंपनी कॉन्टिनेंटल एजी से गठजोड़ किया था, जो 2001 में प्लांट बंद होने के साथ खत्म हो गई।
