देश में मोबाइल धारकों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार इसकी कीमतों को कम करने के जुगत में लगी है, इसके उलट हैंडसेट बनाने वाली कंपनियां दाम बढ़ाने को आमादा है।
अगले कुछ सप्ताह में मोबाइल हैंडसेट की कीमत कम से कम 3 फीसदी या अधिकतम 15 फीसदी महंगी हो जाएगी। खुदरा क्षेत्र के सूत्रों के मुताबिक फिनलैंड की मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली कंपनी नोकिया ने अपने खास मॉडलों की कीमतों में 3-4 फीसदी का इजाफा कर दिया है। नोकिया देश में सबसे अधिक मोबाइल हैंडसेट बेचने वाली कंपनी है।
दाम में इजाफे पर हालांकि कंपनी ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया, लेकिन उद्योग विशेषज्ञ का कहना है कि अब दूसरी कंपनियां भी दामों में बढ़ोतरी करेंगी। मिसाल के तौर पर ताइवान की मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली कंपनी एचटीसी कॉर्प भी अपने मोबाइल मॉडलों की कीमतें 5-10 फीसदी बढ़ाएगी।
एचटीसी महंगे मोबाइल बनाती है और इसके हैंडसेट की कीमत 13,000 रुपये से शुरू होती है। एचटीसी (इंडिया) के कंट्री हेड अजय शर्मा ने बिानेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘ डॉलर के 25 फीसदी मजबूत हो जाने से आयात शुल्क अधिक हो गया है।
मालूम हो कि मार्च में एक डॉलर 40 रुपये के बराबर था, जो बढ़कर 50 रुपये हो गया है। इस वजह से हम मोबाइल के पुराने मॉडलों की कीमतें बढ़ाने को मजबूर हैं। हालांकि इससे नए मोबाइल हैंडसेट पर कोई असर नहीं पड़ेगा। ‘
इसी तरह एनआरआई उद्यमी बी. के. मोदी की स्पाइस समूह की मोबाइल कंपनी स्पाइस मोबाइल ने भी हैंडसेटों की कीमतों में 10-15 फीसदी का इजाफा करेगी। स्पाइस मोबाइल के सीईओ कुणाल आहूजा ने कहा, ‘डॉलर में मजबूती की वजह से मोबाइल निर्माता कंपनियों पर बुरा असर पड़ा है।
मोबाइल हैंडसेट बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण विदेशों से मंगाए जाते हैं। आयात कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से इन उपकरणों की कीमतें अधिक हो गई है। इसलिए हम हैंडसेट की कीमतों में बढ़ोतरी कर रहे हैं।’
फ्लाई ब्रांड नाम से मोबाइल बेचने वाली यूरोपीय कंपनी मेरीडियन मोबाइल हर महीने बाजार की स्थिति के मुताबिक हैंडसेटों की कीमतों में संशोधन करती है। अब जबकि दूसरी कंपनियां दामों में इजाफा कर रही है, इसने यह निर्णय किया है कि वे दामों में कम से कम संशोधन करेगी।
कहने का मतलब कि जिन मॉडलों पर पहले 10 फीसदी छूट देने की बात की गई थी, उस पर अब 6 फीसदी ही छूट दी जाएगी। मेरीडियन इंडिया के सीईओ राजीव खन्ना का मानना है कि मौजूदा वित्तीय संकट के बावजूद दूरसंचार उद्योग का विकास जारी रहेगा और इसलिए कीमत में बढ़ोतरी से भी खास प्रभाव नहीं पडेग़ा।
सैमसंग और सोनी एरिक्सन ने अभी मोबाइल हैंडसेट की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला लिया है।
कितना होगा इजाफा
कंपनी अनुमानित बढ़ोतरी
नोकिया 3-4 फीसदी
एचटीसी समूह 5-10 फीसदी
स्पाइस मोबाइल्स 10-15 फीसदी
सैमसंग बढ़ोतरी नहीं
सोनी एरिक्सन बढ़ोतरी नहीं