इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माता कंपनी टेस्ला से संबंधी विषय पर कुछ सांसदों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि मोदी सरकार में ऐसा नहीं हो सकता की कोई बाजार भारत का चाहे और रोजगार चीन के लोगों को मिले, ऐसे में उक्त कंपनी को भारत की योजनाओं के तहत यहां उत्पादन करने के लिए आवेदन करना होगा।
लोकसभा में शिवसेना के विनायक राउत और कांग्रेस सांसद के सुरेश के पूरक प्रश्नों के उत्तर में भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने यह बात कही। राउत और सुरेश ने अलग-अलग पूछा था कि टेस्ला कंपनी ने भारत के कई राज्यों में उत्पादन करने को लेकर इच्छा व्यक्त की है लेकिन क्या उसे अनुमति नहीं दी गई है। भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि देश में विद्युत चालित वाहनों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए भारी उद्योग मंत्रालय ने तीन योजनाएं लागू की हैं जिनमें एक उत्पादन से संबंधित और दो आपूर्ति से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि सभी देशी-विदेशी कंपनियों को इन योजनाओं के तहत ही लागू करना होता है। उन्होंने कहा कि अभी तक 115 कंपनियों ने इन योजनाओं के तहत आवेदन किया है जिनमें 50 विदेशी और 65 भारत की हैं। गुर्जर ने कहा कि उस कंपनी (टेस्ला) ने हमारी नीति के अनुसार अभी तक आवेदन नहीं किया है।