बीपीओ क्षेत्र की कंपनी माइंडटेक मंदी के बीच अपने विभिन्न कारोबारों को एक ही छतरी तले लाने पर काम कर रही है।
इसके लिए कंपनी ने भारत से ही कामकाज करने पर जोर देना शुरू कर दिया है। कंपनी का 70 फीसद आउटसोर्सिंग कार्य अब भारत से ही होगा। माइंडटेक इंडिया के मुख्य कार्यकारी एवं प्रबंध निदेशक पंकज अग्रवाल ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हमारे बिक्री मॉडल में काफी बदलाव किया गया है।
हालांकि इसकी सहयोगी कंपनियों इन्फोटेक और प्राइमटेक को अमेरिका से ही संभाला जा रहा है। अब हम जहां भी जाएंगे, हम 70 फीसदी ऑफशोर और 30 फीसदी ऑनशोर बिक्री की कोशिश करेंगे।
जो टीम अमेरिका में 10 परियोजनाओं का प्रबंधन देख रही है, वही अब वहां 20-30 परियोजनाओं पर काम कर रही है, क्योंकि वहां से काफी और काम भारत आ रहा है।’ यूरोप, अमेरिका और पश्चिम एशिया के निवेशकों के एक सूमह ने 1999 में माइंडटेक की स्थापना की।
माइंडटेक के अलावा इन प्रमोटरों ने चार अन्यकंपनियों में भी निवेश किया था जिनमें प्राइमटेक सॉल्युशंस और इन्फोटेक कंसल्टिंग, माइंडटेक यूके और माइंडटेक सिंगापुर शामिल हैं। चूंकि इन सभी कंपनियों के पास सामान्य प्रमोटर और एक ही जैसी सेवा पेशकश थीं।
फरवरी, 2007 में माइंडटेक ने इन्फोटेक कंसल्टिंग को अपनी झोली में डाल लिया। इस अधिग्रहण के बाद इस साल अप्रैल में अन्य तीन कंपनियों प्राइमटेक सॉल्युशंस, माइंडटेक यूके और माइंडटेक सिंगापुर का भी माइंडटेक के साथ विलय हो गया।
इस विलय के बाद माइंडटेक में प्रमोटरों की भागीदारी लगभग 65 फीसद हो गई। अग्रवाल ने कहा, ‘इन अधिग्रहणों के बाद से कंपनी ने अपने कार्यालय क्षेत्र का एकीकरण शुरू कर दिया है। इससे हमें लागत में कमी लाने में काफी हद तक मदद मिलेगी।’