फार्मेसी शृंखला मेडप्लस हेल्थ सर्विसेज के आईपीओ को कुल 52.6 गुना आवेदन हासिल हुए हैं। आईपीओ में 52,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की बोली मिली। पात्र संस्थागत खरीदार (क्यूआईबी) श्रेणी में 111.9 गुना आवेदन मिले जबकि एचएनआई श्रेणी में 85 गुना और खुदरा श्रेणी में 5 गुना से ज्यादा आवेदन मिले।
वारबर्ग पिनकस समर्थित इस कंपनी के 1,398 करोड़ रुपये का आईपीओ का कीमत दायरा 780 से 796 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। आईपीओ के जरिये मेडप्लस 600 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी कर रही है जबकि बाकी 798 करोड़ रुपये का ओएफएस है। हिस्सा बेचने वालों में प्रेमजी इन्वेस्ट की पीआई ऑपरच्युनिटीज फंड शामिल है, जो 623 करोड़ रुपये के शेयर बेच रहा है जबकि नैटको फार्मा 10 करोड़ रुपये के शेयर बेच रही है।
विश्लेषकों ने कहा कि उचित मूल्यांकन और कंपनी की बड़े पैमाने पर मौजूदगी से संस्थागत निवेशकों को आकर्षित करने में मदद मिली।
कीमत दायरे के ऊपरी स्तर पर कंपनी का बाजार पूंजीकरण करीब 9,500 करोड़ रुपये होगा।
मेडप्लस हेल्थ वित्त वर्ष 2020-21 में राजस्व के लिहाज से देश की दूसरी सबसे बड़ी फार्मेसी रिटेलर रही और स्टोर की संख्या के लिहाज से भी।
मैनी प्रिसिजन लाएगी आईपीओ
मैनी प्रिसिशन प्रॉडक्ट्स लिमिटेड ने अपने आरंभिक सार्वजानिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए 900 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी के समक्ष दस्तावेज जमा करा दिए है। सेबी के पास जमा किए गए दस्तावेज (डीएचआरपी) के अनुसार, आईपीओ के तहत 150 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। कंपनी सभी प्रवर्तकों और मौजूदा शेयरधारकों के 2.25 करोड़ शेयर बिक्री के लिए रखेगी। फिलहाल प्रवर्तकों के पास कंपनी में 77.13 फीसदी हिस्सेदारी है। बाजार सूत्रों के मुताबिक, इस निर्गम से कंपनी को 800 करोड़ रुपये से 900 करोड़ रुपये के बीच जुटाने की उम्मीद है। आईपीओ से प्राप्त होने वाली राशि का इस्तेमाल कंपनी ऋण भुगतान और सामान्य कंपनी कामकाज के लिए करेगी। भाषा