देश के सबसे बड़ी थोक चाय उत्पादक मैकलॉयड रसेल इंडिया को उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में उसकी ऋण पुनर्गठन योजना को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
कंपनी की सालाना आम बैठक में शेयरधारकों के सवालों का जवाब देते हुए मैकलॉयड रसेल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक आदित्य खेतान ने कहा कि प्रबंधन एक पुनर्गठन योजना लाने के लिए बैंकरों के साथ काफी सजगता से लगा हुआ है और बैंकर पूरी तरह से कंपनी के समर्थन में हैं।
खेतान ने कहा ‘उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में हम बैंकरों के साथ पुनर्गठन कार्यक्रम को अंतिम रूप दे पाएंगे और इसके साथ ही कंपनी अपनी कर्ज की स्थिति का प्रबंधन करने में सक्षम होगी।’
पिछले महीने कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई एक जानकारी में कहा था कि सभी बैंकिंग ऋणदाताओं ने समाधान योजना को अंतिम रूप देने और कार्यान्वयन के लिए मूल नियमों के लिए एक इंटर के्रडिटर समझौते (आईसीए) पर हस्ताक्षर/निष्पादन कर दिया है।
मैकलॉयड रसेल कुछ समय से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 7 जून, 2019 के परिपत्र के संदर्भ में ऋण समाधान के लिए बैंकरों के साथ चर्चा कर रही था। सितंबर में एक वित्तीय लेनदार द्वारा शुरू की गई दिवाला कार्यवाही को वापस लेने के बाद बैंकरों द्वारा इस प्रक्रिया को फिर से शुरू किया गया था। सितंबर तिमाही के नतीजों के नोट्स में कंपनी ने कहा था कि टेक्नो इकोनॉमिक वायबिलिटी (टीईवी) का अध्ययन और पहले किए गए मूल्यांकन का दोबारा पुनरीक्षण किया जा रहा है।
मैकलॉयड पर बैंकों का लगभग 1,800 करोड़ रुपये और ब्याज बकाया है। कुल राशि लगभग 2,300 करोड़ रुपये बताई जाती है।
परिचालन के संबंध में खेतान ने सालाना आम बैठक में कहा कि वह अप्रैल में अगले सीजन की अच्छी संभावना की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्पादन पिछले साल की तुलना में अधिक है। लेकिन पिछले दो वर्षों में खपत में कमी पैदा हुई है।
