गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) ने भारत में चीनी संपर्कों वाली मुखौटा कंपनियों के गठन के पीछे मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है। यह व्यक्ति चीन के संपर्कों वाली इन कंपनियों के निदेशक मंडल के लिए फर्जी निदेशक उपलब्ध कराता था। यह गिरफ्तारी चीन की मुखौटा कंपनियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत हुई है। चीन के संपर्कों वाली ये कंपनियां भारत में गंभीर वित्तीय अपराधों में शामिल हैं।
कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने रविवार को बयान में कहा कि इस मामले में एक व्यक्ति डॉर्टसे को गिरफ्तार किया गया है। जो जिलियन इंडिया के निदेशक मंडल में शामिल था। मंत्रालय ने आठ सितंबर को जिलियन हांगकांग लि. की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी जिलियन कंसल्टेंट्स इंडिया प्राइवेट लि. के गुरुग्राम, फिनिन्टी प्राइवेट लि. के बेंगलुरु तथा हसीज कंसल्टिंग लि. के हैदराबाद कार्यालयों में छापेमारी और जब्ती अभियान चलाया था। बयान में कहा गया है कि डॉर्टसे जिलियन इंडिया के बोर्ड में शामिल है।
भारत में बड़ी संख्या में चीन के संपर्क वाली मुखौटा कंपनियों के गठन और उन्हें फर्जी निदेशक उपलब्ध कराने वाले रैकेट में वह मुख्य सरगना था। कंपनी पंजीयक के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, डॉर्टसे खुद को हिमाचल प्रदेश के मंडी का निवासी बताता था। मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जो प्रमाण मिले हैं उनसे पता चलता है कि इन जाली या फर्जी निदेशकों को जिलियन इंडिया द्वारा भुगतान किया जाता था।
