देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में चार गुना से अधिक बढ़कर 2,112.5 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने शुक्रवार को शेयर बाजारों को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही में रिकॉर्ड बिक्री से उसका मुनाफा बढ़ा है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 486.9 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया था।
एमएसआईएल के मुताबिक, आलोच्य तिमाही में उसकी कुल परिचालन आय एक साल पहले के 20,550.9 करोड़ रुपये से बढ़कर 29,942.5 करोड़ रुपये हो गयी। वाहन विनिर्माता ने दूसरी तिमाही के दौरान कुल 5,17,395 वाहनों की बिक्री की जो किसी भी तिमाही की तुलना में सर्वाधिक है। इस दौरान कंपनी की घरेलू बाजार में बिक्री 4,54,200 इकाई रही।
मारुति सुजुकी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की किल्लत होने से करीब 35,000 वाहनों के उत्पादन पर असर पड़ा। पिछले साल की समान तिमाही में भी इन उपकरणों की भारी किल्लत होने से कंपनी की बिक्री 3,79,541 इकाई रही थी। एमएसआईएल के चेयरमैन आरसी भार्गव ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोविड-19 महामारी के असर और इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जों की कमी जैसी चुनौतियों का प्रभाव दूसरी तिमाही में वाहन उद्योग पर नहीं देखने को मिला जिससे बिक्री में अच्छी वृद्धि हुई। उन्होंने कहा, ”त्योहारी सीजन में यह साल बेहद खास रहा है। लोगों ने लंबे समय के बाद बाहर आकर खरीदारी की है जिससे बाजार को पूरी तरह उबरने में मदद मिली है।” एमएसआईएल ने कहा कि दूसरी तिमाही के अंत में उसके लगभग 4.12 लाख इकाई के ऑर्डर लंबित थे, जिनमें से करीब 1.3 लाख वाहन हाल ही में पेश किए गए मॉडल ग्रैंड विटारा और नए ब्रेजा के लिए पहले से बुक किए गए थे।
यह पूछे जाने पर कि ‘क्या एमएसआईएल अभी भी चालू वित्त वर्ष में 20 लाख इकाई बेचने के अपने लक्ष्य पर कायम है’ भार्गव ने कहा, ”हमने 20 लाख इकाई तक पहुंचने की अपनी चुनौती को नहीं छोड़ा है। फिलहाल सेमीकंडक्टर्स की कमी है और इससे हमारे चार मॉडल प्रभावित हो रहे हैं।”
