मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने कस्बाई ग्राहकों को लुभाने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है, ताकि वहां के बाजार से बिक्री में इजाफा किया जा सके।
मारुति सुजुकी ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शुध्द लाभ में 37 फीसदी की गिरावट दर्ज की है। मारुति सुजुकी का पूर्व में यात्री वाहनों के बाजार में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
ग्रामीण इलाकों में कंपनी की योजना
कंपनी की योजना पश्चिम बंगाल के कस्बाई क्षेत्रों में 15 प्रतिशत अधिक कारें बेचने की और कंपनी की नजर मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में 25 प्रतिशत वृध्दि पर है।
कंपनी 18 महीने पहले की ओर से शुरू की गई पंचायत योजना को कंपनी और बढ़ाना चाहती है और उसकी योजना राज्य के विभिन्न जिलों में ‘ग्रामीण महोत्सवब’ या कार मेले लगाने की है।
मारुति ने पंचायत योजना के तहत देशभर में 32,000 वहान बेचे हैं, जिनमें पश्चिम बंगाल में 1700 वाहन शामिल हैं।
कस्बाई बिक्री का राजस्व में योगदान
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के ग्रामीण मार्केटिंग प्रबंधक अनिर्वाण मुखर्जी का कहना है, ‘कंपनी की कुल घरेलू बिक्री में कस्बाई बिक्री का योगदान लगभग 30 प्रतिशत है और पश्चिम बंगाल में इस योजना की शुरुआत के बाद से कस्बाई बिक्री में 60 से 65 फीसद का इजाफा हो रहा है।’
मुखर्जी का कहना है, ‘हमारी पंचायत योजना के अलावा इस योनजा के जरिये पंचायत डॉक्टरों, अध्यापकों, ट्रैक्टरों के मालिकों और व्यापारियों को लक्षित करने की योजना बना हैं।’
पूर्वी कस्बाई क्षेत्रों और मध्यम दर्जे के शहरों में बिक्री पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में पंचायत योजना के लॉन्च से पहले हर महीने लगभग 220 वाहने औसतन की रफ्तार से बढ़ी थी।
जो इस साल की समान अवधि में 350 वाहन प्रति माह तक पहुंच चुकी है। सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही हर महीने 180 वाहन औसतन बिकते हैं।मारुति सुजुकी को देश भर में हासिल होने वाले राजस्व में से पूर्व का योगदान 13 फीसदी है।
छोटी कारों का है जमाना
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड की एंट्री लेवल कारों में से ऑल्टो, ओमनी, जेन और वैगन-आर कंपनी के सबसे अधिक बिकने वाले मॉडल हैं, जिन्होंने पिछले कुछ ही सालों में मारुति के सबसे किफायती मॉडल मारुति-800 को पछाड़ दिया है।
पूछे जाने पर कि क्या कंपनी मारुति 800 की बिक्री में आई कमी को देखते हुए इसे बंद कर देगी, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के बिक्री के स्थानीय प्रबंधक ए पी टिगा का कहना है कि मारुति 800 एलपीजी और यूनिक वैरिएंट की लॉन्च के साथ बुकिंग बढ़ी है।
टिगा का कहना है, ‘पिछले साल सितंबर माह में हमने पूछताछ के 5,470 मामले देखे थे, जो इस बार भी समान हैं’। उन्होंने इस क्षेत्र में मारुति की बिक्री में गिरावट की बात को खारिज कर दिया।