ट्रैक्टर निर्माता एस्कॉर्ट्स का शेयर गुरुवार को कारोबार के दौरान 10.6 फीसदी चढ़ा और अब तक के सर्वोच्च स्तर को छू गया जब कंपनी ने ऐलान किया कि उसकी संयुक्त उद्यम साझेदार कुबोता कॉरपोरेशन ऑफ जापान इस फर्म में नियंत्रक हिस्सेदारी लेगी। इस सौदे पर बाजार का रुख सकारात्मक रहा।
जापान की कृषि मशीनरी व निर्माण उपकरण दिग्गज की एस्कॉर्ट्स में 9.09 फीसदी हिस्सेदारी है। पर तरजीही शेयर, ओपन ऑफर और एस्कॉट्र्स बेनिफिट व वेलफेयर ट्रस्ट की तरफ से इक्विटी में कटौती के बाद जापानी कंपनी की हिस्सेदारी 53.5 फीसदी हो सकती है। नंदा परिवार के पास कंपनी की 11.6 फीसदी हिस्सेदारी है, वहीं एस्कॉट्र्स ट्रस्ट के पास कंपनी की 24.99 फीसदी हिस्सेदारी है।
इस प्रक्रिया में पहला कदम एस्कॉट्र्स की तरफ से कुबोता को तरजीही इक्विटी शेयर जारी करना है। जापानी कंपनी 6.49 फीसदी हिस्सेदारी के लिए करीब 1,900 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इक्विटी शेयर की कीमत 2,000 रुपये प्रति शेयर है, जो फ्लोर प्राइस 1,544 रुपये के मुकाबले 29.5 फीसदी प्रीमियम पर है। बुधवार को यह शेयर 1,630 रुपये पर बंद हुआ था। कंपनी में कुबोता की हिस्सेदारी इस लेनदेन के बाद 15 फीसदी हो जाएगी।
कुबोता 2,000 रुपये प्रति शेयर पर 26 फीसदी हिस्सेदारी अधिग्रहण के लिए खुली पेशकश लाएगी। इसके अलावा कंपनी सूचीबद्ध सहायक एस्कॉट्र्स फाइनैंस के लिए भी खुली पेशकश लाएगी। जापानी कंपनी के पास बहुलांश हिस्सेदारी के बाद भी नंदा परिवार की हिस्सेदारी स्थिर बनी रहेगी।
कंपनी में 30 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाले बड़े संस्थानों (म्युचुअल फंड, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) की खुली पेशकश पर प्रतिक्रिया अहम होगी। साथ ही बड़े वैयक्तिक निवेशक मसलन राकेश झुनझुनवाला (4.75 फीसदी हिस्सा) की प्रतिक्रिया की भी अहमियत होगी। इस पेशकश में मौजूदा प्रवर्तकों के शामिल न होने से न्यूनतम स्वीकार्य अनुपात 51 फीसदी अनुमानित है। मौजूदा भाव पर जोखिम-प्रतिफल अनुकूल है, यह कहना है एडलवाइस ऑल्टरनेटिव रिसर्च का।
आकर्षक पेशकश कीमत और वैश्विक समूह की तरफ से अधिग्रहण के अतिरिक्त इस शेयर के लिए अन्य संकेतक पूंजी का अधिकतम इस्तेमाल होगा क्योंंकि एस्कॉट्र्स के पास 3,000 करोड़ रुपये की नकदी है।
परिचालन के मोर्चे पर विश्लेषक कुबोता नियंत्रित इकाई के परिदृश्य को लेकर तेजी का नजरिया बनाए हुए हैं और इस इकाई का नाम एस्कॉट्र्स कुबोता हो जाएगा। सैंक्टम वेल्थ के निदेशक आशिष चतुरमोहता का मानना है कि यह अधिग्रहण एस्कॉट्र्स के लिए सकारात्मक है क्योंंकि इससे कंपनी के कृषि व निर्माण उपकरण डिविजन में तकनीक व नए उत्पाद आएंगे।