फोर्ड के चेन्नई संयंत्र के 2,000 कर्मचारियों में से करीब 50 फीसदी कर्मी उत्पादन सुचारु करने के लिए सहमत हो गए हैं। फोर्ड इंडिया के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। चेन्नई संयंत्र कर्मचारियों के विरोध-प्रदर्शन के कारण फिलहाल बंद है।
कंपनी ने आज विरोध प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को चेताया कि 14 जून से प्रभावी तौर पर उन्हें वेतन का नुकसान उठाना पड़ेगा। कंपनी ने संयंत्र का परिचालन दोबारा शुरू करने का भी आग्रह किया। फोर्ड इंडिया ने कहा कि वह यूनियन के साथ बाचतीत जारी रखेगी।
कर्मचारी यूनियन का कहना है कि संयंत्र का परिचालन शुरू करने के लिए कंपनी की पेशकश को महज करीब 350 कर्मचारियों ने ही स्वीकार किया है न कि 50 फीसदी कर्मचारियों ने। यूनियन का कहना है कि प्रबंधन जब तक पैकेज में सुधार के लिए सहमत नहीं होगा तब तक हड़ताल जारी रहेगा क्योंकि कंपनी ने उसी के लिए 30 मई को हड़ताल की शुरुआत की थी।
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘9 जून 2022 को कर्मचारी कैसकेड के संदर्भ में कंपनी को काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है और करीब 50 फीसदी कर्मचारियों ने बंदी पैकेज पर बातचीत जारी रखते हुए संयंत्र में उत्पादन को सुचारु करने के लिए अपनी सहमति जताई है।’ उन्होंने कहा, ‘हम कर्मचारियों और यूनियन प्रतिनिधियों के साथ आगे सकारात्मक बातचीत होने की उम्मीद करते हैं ताकि उन्हें पैकेज के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा सके जो फिलहाल श्रम विभाग के पास लंबित है।’
