प्रमुख वाहन कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) ने अपने वाहन एवं कृषि उपकरण कारोबार के लिए छह वर्षीय योजना तैयार की है। इसके जरिये कंपनी बाजार में तगड़ी प्रतिस्पर्धा और नई प्रौद्योगिकी एवं रुझानों के कारण पैदा हुए उथल-पुथल के बावजूद वृद्धि के अगले चरण में प्रवेश करना चाहती है।
अपनी इस योजना के तहत मुंबई की वाहन कंपनी 2027 तक बाजार में 13 नए एसयूवी को लॉन्च करेगी। इनमें आठ इलेक्ट्रिक वाहन होंगे। तब तक कंपनी अपने एसयूवी की कुल मात्रात्मक बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों की करीब 20 फीसदी हिस्सेदारी सुनिश्चित करेगी। कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने आज विश्लेषकों से बातचीत के दौरान यह खुलासा किया।
एमऐंडएम इलेक्ट्रिक एसयूवी के लिए एक नया ब्रांड तैयार करेगी। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के कार्यकारी निदेशक (वाहन एवं कृषि उपकरण) राजेश जेजुरिकर ने कहा, ‘पेट्रोल-डीजल वाले (आईसीई) अधिकतर आगामी मॉडलों में बोलेरो, स्कॉर्पियो, थार और एक्सयूवी मोनिकर शामिल होंगे।’ उन्होंने कहा कि आठ नए ईवी मॉडलों में चार इलेक्ट्रिक होंगे जबकि शेष मौजूदा आईसीई मॉडल के इलेक्ट्रिक संस्करण होंगे।
टाटा मोटर्स के अलावा महिंद्रा ऐंड महिंद्रा एकमात्र विनिर्माता है जिसने आम लोगों की श्रेणी में इलेक्ट्रिक वाहनों की पहुंच बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। महिंद्रा इलेक्ट्रिक वाहन श्रेणी में दस्तक देने वाली शुरुआती कंपनियों में शामिल है। सबसे पहले उसने महिंद्रा रेवा और उसके बाद ई2ओ को उतारा लेकिन ऊंची लागत, कम रेंज, चार्जिंग बुनियादी ढांचे का अभाव, अनुकूल नीति का अभाव आदि तमाम कारणों से उसकी रफ्तार बढ़ाने में विफल रही।
अगस्त 2019 में कंपनी ने ई2ओ का उत्पादन बंद कर दिया। यह रेवा प्लेटफॉर्म पर तैयार चार दरवाजे वाली हैचबैक कार थी। तब तक महिंद्रा इलेक्ट्रिक कार बेचने वाली एकमात्र वाहन विनिर्माता थी। बाद में टाटा मोटर्स ने जनवरी 2020 में ई-नेक्सन को बाजार में उतारा। अपनी सफलता से उत्साहित होकर टाटा ने इसी साल अगस्त में ई-टिगोर को उतारा। टाटा समूह ने 2025 तक 10 ईवी उतारने का लक्ष्य रखा है।
महिंद्रा ने अगले तीन साल के दौरान अपने ईवी कारोबार में 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है। इसमें इलेक्ट्रिक एसयूवी, ई-क्वाड्रिसाइकिल और ई-एलसीवी का विकास शामिल है। कंपनी ने 2027 तक कुल 16 ईवी बाजार में उतारने का लक्ष्य रखा है।
इस बीच, कंपनी अपने कृषि मशीनरी कारोबार में 2027 तक दस गुना वृद्धि हासिल करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए वह 15 नए उत्पादों को लॉन्च करेगी। कंपनी ने 2025 तक अपने डीलर नेटवर्क में तीन गुना वृद्धि करने की योजना बनाई है।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में कई गुना बढ़कर 1,432 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान तिमाही में 162 करोड़ रुपये रहा था। इस दौरान राजस्व 15 फीसदी बढ़कर 13,305 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 11,590 करोड़ रुपये रहा था।
