सिकोया और टाइगर ग्लोबल द्वारा समर्थित कार सर्विसिंग स्टार्टअप गोमैकेनिक बिजनेस का लाइफलॉन्ग ग्रुप ने सर्विजी के तहत बहुलांश शेयरधारक के रूप में अधिग्रहण किया है।
गोमैकेनिक के संस्थापकों द्वारा वित्तीय अनियमितताओं को स्वीकार करने और निवेशकों द्वारा दिवाला प्रक्रिया शुरू करने के दो महीने बाद यह घटनाक्रम सामने आया है।
हालांकि इस अधिग्रहण की वित्तीय जानकारी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह निश्चित रूप से डेट वेंचर फर्म स्ट्राइड वेंचर्स को कुछ राहत प्रदान करेगा, जिसने इस स्टार्टअप में 100 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया था।
लाइफलॉन्ग ग्रुप के आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि गोमैकेनिक कारोबार का अधिग्रहण वाहन उद्योग में लाइफलॉन्ग ग्रुप की विशेषज्ञता के साथ तालमेल करने के हमारे रणनीतिक नजरिये के अनुरूप है। हम गोमैकेनिक की कारोबारी यात्रा को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं तथा भारतीय वाहन सेवा और मरम्मत उद्योग में बदलाव लाना जारी रखेंगे।
लाइफलॉन्ग ग्रुप वर्ष 1985 में स्थापित भारतीय कंपनी है तथा वाहन सेवा और मरम्मत उद्योग में अपने परिचालन का विस्तार करने पर विचार कर रही है।
लाइफलॉन्ग ग्रुप के एक बयान में कहा गया है कि समझौते में शामिल नियमों एवं शर्तों के अनुसार गोमैकेनिक बिजनेस के अधिग्रहण के लिए इस प्रक्रिया में लाइफलॉन्ग ग्रुप के नेतृत्व वाला सर्विजी कंसोर्टियम सबसे मजबूत बोली के रूप में उभरा है।