इंटरनैशनल फाइनैंशियल सर्विसेस सेंटर्स अथॉरिटी (आईएफएससीए) ने 2,724 अरब यूरो के अंतरराष्ट्रीय फैक्टरिंग बिजनेस के लिए लिए चार व्यापर-वित्त (ट्रेड-फाइनैंस) कंपनियों को लाइसेंस जारी किए हैं। फैक्टरिंग बिजनेस के तहत फैक्टर (वित्तीय संस्थान) और कंपनी के बीच एक वित्तीय समझौता होता है।
इसमें कोई कंपनी अपने इन्वॉयस किसी वित्तीय संस्थान को कम मूल्य पर बेचती है जिसके बदले उसे (कंपनी) को तत्काल रकम मिल जाती है। कोई कंपनी तत्काल रकम की कमी से निपटने के लिए यह सौदा करती है।
आईएफएससीए गिफ्ट सिटी स्थित अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र का नियामक है। ट्रेड ऐंड रिसीवेबल्स डिस्काउंटिंग सिस्टम (टीआरईडीएस) डिस्काउंटिंग के लिए सौंपे बिल की जांच के लिए ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करती है और अब इसका इस्तेमाल गिफ्ट सिटी के उद्यमों के लिए भी किया जा सकता है। आईएफएससीए के लिहाज से इस तकनीक का इस्तेमाल जरूरी नहीं है मगर आईएफएससी में कदम रखने वाली कंपनियां ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करने पर विचार कर रही हैं।
आईएफएससीए ने सैद्धांतिक रूप में ये लाइसेंस शुक्रवार को जारी किए। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से लाइसेंस प्राप्त भारत के दो टीआरईडीएस प्लेटफॉर्म-एम1एक्सचेंज औार आरएक्सआईएल को लाइसेंस मिला है। क्रेडेक्स और वयाना दो अन्य इकाइयां हैं।
ये बिल डिस्काउंटिंग एवं बैंकों द्वारा दी जाने वाली संबंधित सेवाओं की सेवा प्रदाता हैं। इन प्लेटफॉर्म के जरिये निर्यातक एवं आयातक व्यापार-वित्त सेवाएं जैसे निर्यात एवं आयात फैक्टरिंग, रिवर्स फैक्टरिंग, सप्ताई चेन फाइनैंसिंग आदि का लाभ उठा सकती हैं।
मैकिंजी ग्लोबल पेमेंट्स रिपोर्ट 2020 के अनुसार वैश्विक व्यापार में सप्ताई चेन फाइनैंस कारोबार करीब 17 लाख करोड़ डॉलर अनुमानित है।
आईएफएससीए ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार वित्त सेवाएं (आईटीएफएस) प्लेटफॉर्म की स्थापना एवं परिचालन के लिए जुलाई में एक ढांचा जारी किया था। ये इकाइयां अगले वित्त वर्ष की पहली या दूसरी तिमाही में काम करना शुरू कर सकती हैं।
एक्सचेंज आईएफएसी कारोबार के लिए 100 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली सहायक हिस्सेदारी शुरू करना चाहती है।
कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी संदीप महिंदु्र ने कहा, ‘वित्तीय जरूरतें पूरी करने के लिए खरीदार/विक्रेता और बैंकों का विश्वास जीतना होगा। भारत से बाहर वैश्विक बैंक और गिफ्ट सिटी से बाहर के बैंक आईटीएफएस में वित्त पोषण करेंगे।’
उन्होंने कहा कि एम1 एक्सचेंज टीआरईडीएस इस समय घरेलू लेनदेन में वित्तीय इन्वॉयस का दोहराव रोकने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल करती है। महेंदु्र ने कहा कि आईटीएफएस के मामले में भी ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करने के लिए साझेदारों से बातचीत की जाएगी।
