बृज मोहन खेतान के नेतृत्व में बैटरी बनाने वाली कंपनी एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया में कई बदलाव होने जा रहा है क्योंकि उसे अगले चरण की वृद्धि के लिए तैयार किया जा रहा है। करीब 5 फीसदी हिस्सेदारी के साथ खेतान परिवार करीब दो दशक बाद कंपनी की कमान सौंपने जा रहा है। कंपनी के प्रबंध निदेशक अमृतांशु खेतान का कार्यकाल मई 2022 में पूरा होने के साथ ही यह बदलाव दिख सकता है।
इस मामले के एक करीबी सूत्र ने कहा कि खेतान को प्रबंध निदेशक के तौर पर शायद ही दोबारा नियुक्त किया जाए। खेतान ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया।
सूत्रों ने बताया कि डाबर इंडिया के प्रवर्तक बर्मन परिवार का मानना है कि कंपनी का संचालन पेशेवर तरीके से किया जाए और वह खेतान को एक अन्य कार्यकाल के लिए नियुक्त करने के पक्ष में नहीं है। एवरेडी इंडस्ट्रीज में बर्मन परिवार की सबसे अधिक हिस्सेदारी है जो करीब 19.85 फीसदी है। हालांकि अल्पांश हिस्सेदारी के बावजूद खेतान परिवार का प्रवर्तक का दर्जा बरकरार रहेगा और बोर्ड में उसका प्रतिनिधित्व भी जारी रहेगा।
एवरेडी में प्रवर्तक शेयरधारिता सितंबर तिमाही के आखिर में 4.84 फीसदी थी, जो एक साल पहले के 7.26 फीसदी और 2019 के 30.83 फीसदी के मुकाबले कम है क्योंंकि फाइनैंसरों ने गिरवी शेयर भुना लिए थे। ये शेयर समूह की फर्म मैकनेली भारत इंजीनियरिंग के लिए उधारी की खातिर गिरवी रखे गए थे। प्रवर्तक हिस्सेदारी घटने के बाद एवरेडी ने प्रबंधन को पेशेवर बनाना शुरू किया और पहला कदम अगस्त में देखने को मिला जब उसने संयुक्त प्रबंध निदेशक नियुक्त किया। गैर-कार्यकारी निदेशक शुभमय साहा को संयुक्त प्रबंधक का कार्यभार दिया गया और यह 10 अगस्त 2021 से प्रभावी हुआ।
सूत्रों ने संकेत दिया कि अगर खेतान दोबारा नियुक्ति की मांग नहीं करते हैं तो नया प्रबंध निदेशक या मुख्य कार्याधिकारी अगले साल नियुक्त किए जाएंगे। यह पहला मौका होगा जब एवरेडी में बाहरी व्यकिक्त प्रबंध निदेशक होगा। खेतान के पास एवरेडी 1993 में आई थी जब उसने यूनियन कार्बाइड इंडिया का अधिग्रहण किया और उसका नाम बदलकर एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया कर दिया। पहले चार साल सीपी रमन कंपनी के प्रबंध निदेशक रहे औ्र फिर बृजमोहन खेतान के बड़े बेटे दीपक खेतान ने प्रबंध निदेशक का कार्यभार संभाला। उसके बाद साल 2014 में दीपक खेतान के बेटे अमृतांशु खेतान को कार्यभार दिया गया, जो तब से इस पद पर हैं। अभी एवरेडी के बोर्ड में परिवार का प्रतिनिधित्व अमृतांशु और आदित्य खेतान कर रहे हैं, जो गैर-कार्यकारी चेयरमैन हैं।एवरेडी की कमान छोड़ेंगे खेतान
ईशिता आयान दत्त
कोलकाता
बृज मोहन खेतान के नेतृत्व में बैटरी बनाने वाली कंपनी एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया में कई बदलाव होने जा रहा है क्योंकि उसे अगले चरण की वृद्धि के लिए तैयार किया जा रहा है। करीब 5 फीसदी हिस्सेदारी के साथ खेतान परिवार करीब दो दशक बाद कंपनी की कमान सौंपने जा रहा है। कंपनी के प्रबंध निदेशक अमृतांशु खेतान का कार्यकाल मई 2022 में पूरा होने के साथ ही यह बदलाव दिख सकता है।
इस मामले के एक करीबी सूत्र ने कहा कि खेतान को प्रबंध निदेशक के तौर पर शायद ही दोबारा नियुक्त किया जाए। खेतान ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया।
सूत्रों ने बताया कि डाबर इंडिया के प्रवर्तक बर्मन परिवार का मानना है कि कंपनी का संचालन पेशेवर तरीके से किया जाए और वह खेतान को एक अन्य कार्यकाल के लिए नियुक्त करने के पक्ष में नहीं है। एवरेडी इंडस्ट्रीज में बर्मन परिवार की सबसे अधिक हिस्सेदारी है जो करीब 19.85 फीसदी है। हालांकि अल्पांश हिस्सेदारी के बावजूद खेतान परिवार का प्रवर्तक का दर्जा बरकरार रहेगा और बोर्ड में उसका प्रतिनिधित्व भी जारी रहेगा।
एवरेडी में प्रवर्तक शेयरधारिता सितंबर तिमाही के आखिर में 4.84 फीसदी थी, जो एक साल पहले के 7.26 फीसदी और 2019 के 30.83 फीसदी के मुकाबले कम है क्योंंकि फाइनैंसरों ने गिरवी शेयर भुना लिए थे। ये शेयर समूह की फर्म मैकनेली भारत इंजीनियरिंग के लिए उधारी की खातिर गिरवी रखे गए थे। प्रवर्तक हिस्सेदारी घटने के बाद एवरेडी ने प्रबंधन को पेशेवर बनाना शुरू किया और पहला कदम अगस्त में देखने को मिला जब उसने संयुक्त प्रबंध निदेशक नियुक्त किया। गैर-कार्यकारी निदेशक शुभमय साहा को संयुक्त प्रबंधक का कार्यभार दिया गया और यह 10 अगस्त 2021 से प्रभावी हुआ।
सूत्रों ने संकेत दिया कि अगर खेतान दोबारा नियुक्ति की मांग नहीं करते हैं तो नया प्रबंध निदेशक या मुख्य कार्याधिकारी अगले साल नियुक्त किए जाएंगे। यह पहला मौका होगा जब एवरेडी में बाहरी व्यकिक्त प्रबंध निदेशक होगा। खेतान के पास एवरेडी 1993 में आई थी जब उसने यूनियन कार्बाइड इंडिया का अधिग्रहण किया और उसका नाम बदलकर एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया कर दिया। पहले चार साल सीपी रमन कंपनी के प्रबंध निदेशक रहे औ्र फिर बृजमोहन खेतान के बड़े बेटे दीपक खेतान ने प्रबंध निदेशक का कार्यभार संभाला। उसके बाद साल 2014 में दीपक खेतान के बेटे अमृतांशु खेतान को कार्यभार दिया गया, जो तब से इस पद पर हैं। अभी एवरेडी के बोर्ड में परिवार का प्रतिनिधित्व अमृतांशु और आदित्य खेतान कर रहे हैं, जो गैर-कार्यकारी चेयरमैन हैं।