जेएसडब्ल्यू सीमेंट की गैर-सूचीबद्ध इकाई शिवा सीमेंट लिमिटेड ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में स्थापित की जाने वाली 13.6 लाख टन क्षमता की क्लिंकर इकाई परियोजना में 1,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। ओडिशा की इस सीमेंट कंपनी जेएसडब्ल्यू सीमेंट की करीब 60 फीसदी हिस्सेदारी है।
इस परियोजना में 10 लाख टन क्षमता की ग्राइंडिंग इकाई, 8 मेगावॉट क्षमता का अपशिष्ट बिजली संयंत्र, डोलोमाइट एवं चूना पत्थर खानों में 40 लाख टन क्षमता के क्रशिंग संयंत्र और खानों से चूना पत्थर को विनिर्माण संयंत्र तक ले जाने के लिए 10 किलोमीटर लंबा ओवरलैंड बेल्ट कन्वेक्टर और तैयार माल के परिवहन के लिए सागरा स्टेशन तक 12 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक का निर्माण भी शामिल हैं।
जेएसडब्ल्यू सीमेंट ने अपनी विज्ञप्ति में कहा है कि इस परियोजना का वित्त पोषण दीर्घकालिक ऋण एवं इक्विटी के जरिये किया जाएगा। पिछले महीने हुई कंपनी की बोर्ड बैठक के दौरान इस परियोजना को मंजूरी दी गई थी। इस संयंत्र के डिजाइन में बेहतररीन प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है। यह वैकल्पिक ईंधन का उपयोग करते हुए अपशिष्ट ताप रिकवरी के साथ ऊर्जा कुशल और अत्याधुनिक सह-प्रसंस्करण इकाई होगी।
शिवा सीमेंट को इस परियोजना के लिए कुछ वैधानिक एवं नियामकीय मंजूरियां पहले ही मिल चुकी हैं और वह अन्य आवश्यक मंजूरियां हासिल करने के लिए अग्रसर है। चालू होने के बाद यह क्लिंकर इकाई पूर्वी क्षेत्र में जेएसडब्ल्यू सीमेंट की विनिर्माण संयंत्रों को अपनी सेवाएं उपलब्ध कराएगी और इससे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर लगभग 500 रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। परिणामस्वरूप शिवा सीमेंट को भारत के पूर्वी क्षेत्र में जेएसडब्ल्यू सीमेंट के परिपचालन के लिए एक रणनीतिक केंद्र बनने की उम्मीद है।
जेएसडब्ल्यू सीमेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पार्थ जिंदल के हवाले से कंपनी की विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘एक नई क्लिंकर इकाई स्थापित करने संबंधी शिवा सीमेंट की योजना राज्य (ओडिशा में) में जेएसडब्ल्यू समूह की निवेश प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस निवेश के जरिये हम ओडिशा के समग्र आर्थिक विकास के साथ-साथ प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के नए अवसरों में योगदान करेंगे।ओडिशा में शिवा सीमेंट की नई क्लिंकर इकाई इस क्षेत्र में हमारे ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करेगी और भारत में ग्रीन सीमेंट श्रेणी में जेएसडब्ल्यू सीमेंट की अग्रणी स्थिति को मजबूती देगी। हम चालू वित्त वर्ष के अंत तक इस क्लिंकर इकाई के चालू होने की उम्मीद करते हैं।’
