दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो बुधवार से देश के चार शहरों में 5जी सेवा का ‘बीटा परीक्षण’ शुरू करेगी। यह सेवा शुरू में चुनिंदा ग्राहकों को दी जाएगी, जिन्हें 1 जीबीपीएस (गीगाबाइट प्रति सेकंड) इंटरनेट रफ्तार के साथ असीमित 5जी की सुविधा दी जाएगी। इसका परीक्षण दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और वाराणसी में किया जाएगा, जहां ग्राहकों को आमंत्रण के जरिये यह सुविधा प्रदान की जाएगी। बाद में इस सेवा का विस्तार अन्य शहरों में किया जाएगा।
कंपनी ने कहा, ‘उपयोगकर्ता इस ‘बीटा परीक्षण’ का लाभ तब तक उठा पाएंगे जब तक शहर का नेटवर्क कवरेज पर्याप्त रूप से मजबूत नहीं हो जाता।’ चुनिंदा ग्राहकों को शुरुआती पेशकश के तहत अपना मौजूदा सिम या हैंडसेट नहीं बदलना होगा। जियो 5जी सेवा स्वत: काम करने लगेगी। कंपनी के अनुसार जैसे-जैसे शहरों में नेटवर्क तैयार होता जाएगा, वहां ‘बीटा परीक्षण’ सेवा शुरू करने की घोषणा की जाएगी। जियो सभी हैंडसेट ब्रांडों के साथ काम कर रही है ताकि उनके 5जी हैंडसेट जियो ट्रू 5जी सेवा के साथ सुगमता से काम कर सकें और ग्राहकों को 5जी मोबाइल का व्यापक विकल्प उपलब्ध हो सके।
अगस्त में कंपनी की सालाना आम बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि दीवाली तक जियो मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और कोलकाता सहित कई प्रमुख शहरों में 5जी सेवाएं शुरू कर देगी। अंबानी ने कहा था, ‘इसके बाद महीने-दर-महीने जियो 5जी के दायरे का विस्तार करने की हमारी योजना है। दिसंबर 2022 तक हम देश के सभी शहरों, तालुकों और तहसीलों में जियो 5जी देने लगेगी।’ जियो अपने 5जी नेटवर्क, गूगल की साझेदारी में किफायती स्मार्टफोन और वायरलेस ब्रॉडबैंड जैसे क्लाउड आधारित पर्सनल कंप्यूटर का उपयोग कर नए समाधान पेश करने के लिए 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। हाल में हुई स्पेक्ट्रम नीलामी में जियो ने 24,470 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम खरीदा है और कंपनी अपनी 5जी सेवा के लिए स्टैंडअलोन तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। कंपनी ने कहा कि उसका नेटवर्क दुनिया का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक 5जी नेटवर्क होगा।
प्रतिस्पर्धी कंपनी भारती एयरटेल ने बीते शनिवार को देश के 8 शहरों में अपनी 5जी सेवाएं शुरू की है। भारती एयरटेल अपने 5जी प्ले के लिए नॉन-स्टैंडअलोन तकनीक का उपयोग कर रही है। कंपनी की योजना मार्च 2024 तक देश भर में 5जी सेवाएं शुरू करने की है।
इस बीच वोडाफोन आइडिया ने कहा कि वह अगले कुछ वर्षों में धीरे-धीरे अपने 5जी नेटवर्क का विस्तार करेगी। नकदी संकट से जूझ रही इस कंपनी ने 5जी सेवाएं शुरू करने की किसी तारीख का ऐलान नहीं किया है और कंपनी ने अभी तक उपकरण आपूर्तिकर्ताओं के साथ अनुबंध भी नहीं किए हैं।
टावरों के लिए 26,000 करोड़ रुपये आवंटित
केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि अगले 500 दिनों के दौरान करीब 25,000 टावर लगाने के लिए 26,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। यह रकम दूरसंचार विभाग (डीओटी) के यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लाइगेशन फंड (यूएसओएफ) से खर्च की जाएगी। नए कोष की मंजूरी के बारे में घोषणा 1 से 3 अक्टूबर तक आयोजित हुए आईटी मंत्रियों के सम्मेलन में की गई थी।
