डिजिटल विनिर्माण यूनिकॉर्न जेटवर्क ने कहा कि उसने रक्षा एवं एयरोस्पेस क्षेत्र की प्रमुख कंपनी पिनाका एयरोस्पेस सॉल्यूशंस का अधिग्रहण किया है। पिनाका एयरोस्पेस को एवियोनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक इंटरसेप्शन और संचार प्रणालियों में विशेषज्ञता प्राप्त है।
इस अधिग्रहण से जेटवर्क को भारतीय एयरोस्पेस एवं रक्षा (एऐंडडी) विनिर्माण बाजार में मौजूद अवसरों को भुनाने में मदद मिलेगी। भारतीय एयरोस्पेस एवं रक्षा विनिर्माण बाजार का आकार फिलहाल 11 अरब डॉलर है जिसे बढ़कर 2025 तक 25 अरब डॉलर होने का अनुमान है।
इस अधिग्रहण के अलावा जेटवर्क ने शार्प टैंक्स में बहुलांश हिस्सेदारी और व्हील्स इंडिया के वर्धा कारखाने में 100 फीसदी हिस्सेदारी भी खरीदी है। इन तीनों रणनीतिक अधिग्रहणों का कुल मूल्य लगभग 100 करोड़ रुपये है।
जेटवर्क मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के सह-संस्थापक और सीईओ अमृत आचार्य ने कहा, ‘हमें विश्वास है कि हमारी संयुक्त क्षमताएं आरऐंडडी उद्योग को आकार देने में मदद करेंगी क्योंकि हम भारतीय विनिर्माण क्षेत्र के लिए वैश्विक ओईएम (मूल उपकरण विनिर्माताओं) से मांग सृजित कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम आगे भी कारोबार का व्यापक तौर पर विस्तार जारी रखेंगे और अपने पोर्टफोलियो में कई घरेलू विनिर्माण कंपनियों को जोड़ने पर विचार करेंगे।’
आचार्य ने कहा, ‘हमारा मानना है कि यह महज शुरुआत है और हम उन संस्थाओं के साथ साझेदारी करना चाहते हैं जो विनिर्माण में भारत की आत्मनिर्भरता को आगे बढ़ाने के लिए हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप हैं।’ उदाहरण के लिए, पिनाका की क्षमताओं का लाभ उठाते हुए जेटवर्क देश में सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के उद्यमों की विनिर्माण जरूरतों को पूरा कर सकती है। कंपनी भारतीय रक्षा इकाइयों, डीआरडीओ और इसरो जैसी सरकारी अनुसंधान संस्थाओं और कार्लिस्ले, टाटा, एवीटीईसी, बीईएल और एचएएल जैसी कंपनियों ग्राहकों को संचार समाधान प्रदान करती है। पिछले साल अगस्त में जेटवर्क ने ई दौर के वित्त पोषण के तहत डी1 कैपिटल पार्टनर्स के नेतृत्व में निवेशकों से 15 करोड़ डॉलर जुटाए थे। इसके साथ ही उसने यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल कर लिया था।