भले ही कई बार की बारिश ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दूसरे संस्करण की टेलीविजन रेटिंग को गीला कर दिया हो, लेकिन इस टूर्नामेंट के दौरान विज्ञापनों की बाढ़ रुकने का नाम नहीं ले रही है।
सैट मैक्स (भारत में आईपीएल की प्रसारक) को चलाने वाली कंपनी मल्टी स्क्रीन मीडिया के अध्यक्ष रोहित गुप्ता उत्साहित होकर बताते हैं, ‘हम इससे ज्यादा और क्या उम्मीद कर सकते हैं। पहले 6 आईपीएल मैचों के लिए टैम रेटिंग के मुताबिक सैट मैक्स पर आईपीएल की कुल पहुंच पिछले आईपीएल की तुलना में काफी बढ़ गई है।’
अनुमानित रूप से 6.4 करोड़ दर्शकों ने आईपीएल के पहले 10 मैच देखे। यह संख्या पिछले साल के मुकाबले 50 लाख अधिक है जो सभी प्रमुख विज्ञापनदाताओं को सैट मैक्स की तरफ आकर्षित करने के लिए पर्याप्त है।
इसे लेकर कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि यह प्रसारण कंपनी 80 से अधिक ब्रांडों के साथ लगभग 400 करोड़ रुपये के सौदे पहले ही कर चुकी है। इनमें दूरसंचार, कंज्यूमर गुड्स और ऑटोमोबाइल जैसी श्रेणियां प्रमुख हैं जिन्होंने 70 फीसदी ऑन-एयर एडवरटाइजिंग टाइम का उपयोग किया है।
दर्शक रेटिंग एजेंसी ऑडिएंस मेजरमेंट ऐंड एनालिटिक्स (एमैप) द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़ों के मुताबिक दूरसंचार कंपनियों – वोडाफोन, भारती एयरटेल और आइडिया सेल्युलर – ने सामूहिक रूप से ऑन-एयर विज्ञापन समय का 30 फीसदी या लगभग 6,000 सेकंड का अब तक इस्तेमाल किया है।
अगला नंबर एफएमसीजी यानी दैनिक उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनियों का है जिन्होंने सैट मैक्स पर विज्ञापन समय के लगभग 4500 सेकंड या कुल विज्ञापन समय के लगभग 23 फीसदी समय का इस्तेमाल किया है। इसके बाद ऑटोमोबाइल कंपनियों की भागीदारी 3400 सेकंड के साथ 17 फीसदी की रही है।
एमैप के आंकड़ों के मुताबिक आईपीएल के लिए विज्ञापन देने के मामले में वोडाफोन अन्य कंपनियों से आगे है। सैट मैक्स पर कुल विज्ञापन समय में वोडा की लगभग 11 फीसदी की भागीदारी है। भारती एयरटेल दूसरी सबसे बड़ी विज्ञापनदाता कंपनी के रूप में सामने आई है। इसके बाद वाहन कंपनी हुंडई और हिन्दुस्तान लिमिटेड (एचयूएल) का नंबर है।
हेवेल्स इंडिया के उपाध्यक्ष विजय नारायण कहते हैं, ‘हम टेलीविजन पर बड़ा खर्च नहीं कर रहे हैं, लेकिन ट्वेंटी20 क्रिकेट ने हमारे लिए बहुत कुछ दिया है। हम दक्षिण अफ्रीका में 2007 में ट्वेंटी20 वर्ल्ड कप से जुड़े थे और अब आईपीएल से जुड़े हुए हैं।’
इलेक्ट्रिकल उत्पादों की प्रमुख निर्माता हेवेल्स इंडिया आईपीएल के दौरान सैट मैक्स पर 25 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। लेकिन ऐसा नहीं है कि सभी तरफ छक्कों की बारिश हो रही हो। कुछ विज्ञापनदाता रेटिंग में गिरावट से चिंतित भी हैं।
एक प्रमुख मीडिया एजेंसी के एक अधिकारी का कहना है कि सैट मैक्स पर सभी विज्ञापनदाता अब तक टूर्नामेंट के शीर्ष प्रायोजक भी हैं। उन्होंने कहा, ‘वोडाफोन, भारती, एचयूएल हो या हुंडई, वे सभी सैट मैक्स पर आईपीएल के ऑन-एयर प्रायोजक हैं। इसलिए इन सभी ने रकम की निश्चित मात्रा की प्रतिबद्धता पहले ही जता दी है। लेकिन आईपीएल और सैट मैक्स के लिए असली परीक्षा स्पॉट विज्ञापनदाताओं से होगी।’
यह निश्चित रूप से चिंताजनक है, क्योंकि 20 फीसदी स्लॉट इन स्पॉट विज्ञापनदाताओं के लिए रखे गए हैं जो अब दोगुने हो सकते हैं। लेकिन गुप्ता ऐसी चिंताओं को खारिज करते हुए कहते हैं, ‘हमने 10-15 फीसदी को छोड़ कर लगभग सभी इन्वेंटरी को बेच दिया है। बाकी को भी जल्द बेच दिया जाएगा, क्योंकि टैम रेटिंग्स ने भी यह पुष्ट कर दिया है कि पिछले साल की तुलना में इस बार ज्यादा लोग आईपीएल देख रहे हैं।’
प्रमुख मीडिया एजेंसी साउथ एशिया, स्टारकॉम मीडियावेस्ट के मुख्य कार्याधिकारी रवि किरण भी गुप्ता के विचारों से इत्तफाक जताते हैं। किरण ने कहा, ‘कई विज्ञापनदाता ऐसे भी हैं जिन्होंने क्रिकेट पर अपने विज्ञापन खर्च को लेकर दीर्घावधि नजरिया अपनाया है। उनके लिए आईपीएल अब तक एक सुरक्षित दांव बना हुआ है।’
