महामारी के प्रतिबंध कम होने और रेलगाडिय़ों की संख्या बढऩे के बाद भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) की नजर अब टिकटों से कमाई बढ़ाने पर है। टिकटों की काउंटर से बिक्री अभी प्रतिबंधित है, ऐसे में उसके प्लेटफॉर्म से ज्यादा टिकट बुक किए जाने की संभावना है।
आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने कहा कि उसके प्लेटफॉर्म से टिकटों की बुकिंग पहले ही महामारी के पहले के स्तर पर पहुंच गई है। एक अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘छठ पूजा और दीपावली के पहले पीक सीजन में रोजाना 14 लाख टिकट बुक किए गए, जिससे यात्रियों की बढ़ी संख्या का पता चलता है। अब यह संख्या घटकर 12 लाख रह गई है, लेकिन 2021-22 में बुकिंग का औसत करीब 13 लाख रहने का अनुमान है।’ महामारी के पहले आईआरसीटीसी रोजाना 7 लाख टिकट की बुकिंग करता था।
बहरहाल कैटरिंग से परिचालन राजस्व 2019-20 के 1,033 करोड़ रुपये से घटकर 2020-21 में 223 करोड़ रुपये रह गया है। आईआरसीटीसी कोविड के पहले करीब 450 ट्रेनों में पके भोजन की आपूर्ति कर रहा था, जो कोविड-19 के कारण ठप हो गया। इसे दुरुस्त करने के लिए आईआरसीटीसी भारतीय रेल नेटवर्क में पके भोजन की सेवा फिर से शुरू करने की संभावना तलाश रहा है।
आईआरसीटीसी के एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘पैक्ड खाने की शिकायत बढऩे के साथ आईआरसीटीसी पके हुए भोजन की आपूर्ति के विकल्प का मूल्यांकन कर रहा है। इससे आईआरसीटीसी के ज्यादा फायदा कमाने की संभावना बढ़ेगी और यह प्रति थाली 30 प्रतिशत तक हो सकता है, जो पहले से पैक खाने पर करीब 7 प्रतिशत लिया जाता था।’ कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए रेलवे ने आईआरसीटीसी को पके भोजन की आपूर्ति रोकने के निर्देश दिए हैं। यह निर्देश अब भी जारी हैं, जबकि मध्याह्न भोजन और रेस्टोरेंट जैसी सेवाएं अब पूरी तरह शुरू कर दी गई हैं। पिछले सप्ताह की शुरुआत में उड़ानों में पके भोजन की आपूर्ति बहाल कर दी गई है। शुक्रवार को रेल मंत्रालय ने आईआरसीटीसी को निर्देश दिया है कि वह पके भोजन की सेवाएं बहाल करने की तैयारी करे। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘कैटरिंग को लेकर मद्रास उच्च न्यायालय में एक मामला लंबित है। रेल मंत्रालय सोमवार को शपथपत्र दायर करेगी, जिसमें यह कहा जाएगा किअब ट्रेनों में पका भोजन आपूर्ति करने के लिए वह सैद्धांतिक रूप से तैयार है। यह भारतीय रेल में पके भोजन की आपूर्ति बहाल करने की दिशा में एक कदम होगा।’
आईआरसीटीसी के अधिकारी ने कहा, ‘रेलों में खानपान सेवा बहाल किया जाना केंद्र के लिए भी फायदेमंद होगा क्योंकि कमाई का 15 प्रतिशत भारतीय रेल लेगी।’ कोविड-19 के दौरान आईआरसीटीसी की कमाई का प्राथमिक स्रोत टिकट बुकिंग रहा है।
