भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) पेटीएम के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम को संभालने वाले निवेश बैंकरों से पूछताछ कर सकता है। बाजार नियामक यह जानने की कोशिश करेगा कि सूचीबद्धता के दिन पेटीएम का शेयर औंधे मुंह क्यों गिर गया। इस मामले की जानकारी रखने वाले दो सूत्रों ने कहा कि सेबी इस बात की पड़ताल कर सकता है कि कहीं कंपनी के अधिकारियों या बैंकरों की टिप्पणी से तो निवेशक गुमराह नहीं हुए।
पेटीएम का शेयर गुरुवार को कारोबार के पहले दिन 27 प्रतिशत तक फिसल गया जिससे उसके बाजार मूल्यांकन में 38,000 करोड़ रुपये की कमी आई। 1,000 करोड़ रुपये या इससे अधिक मूल्य के किसी आईपीओ का कारोबार के पहले दिन यह सबसे खराब प्रदर्शन रहा। एक अधिकारी ने कहा, ‘इस बात की गारंटी तो नहीं होती सूचीबद्धता के दिन हमेशा शेयर अच्छा कारोबार ही करेगा मगर इतनी बड़ी गिरावट शायद ही पहले देखी गई थी। पेटीएम के आईपीओ का आकार देखते हुए सेबी यह जरूर जानने की कोशिश करेगा कि इतनी बड़ी गिरावट की वजह क्या थी। यह सूचीबद्धता के दिन कारोबारी प्रारूप की भी जांच करेगा।
हालांकि सेबी ने पेटीएम से जुड़े प्रश्नों पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की। जिन बैंकों ने पेटीएम के आईपीओ के लिए काम किया था, उन्होंने भी कोई उत्तर नहीं दिया। पेटीएम के 18,000 करोड़ रुपये के आईपीओ का प्रबंधन मॉर्गन स्टैनली, गोल्डमैन सैक्स, ऐक्सिस कैपिटल, जे पी मॉर्गन, सिटीबैंक और एचडीएफसी बैंक ने किया था। आईपीओ को निवेशकों की रूखी प्रतिक्रिया मिली थी और इसके लिए मात्र 1.9 गुना अभिदान के साथ 20,000 करोड़ रुपये से भी कम मूल्य की बोलियां मिलीं।
