देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस टेक्नोलॉजिज क ो चालू वित्त वर्ष में सुरक्षित नकदी भंडार से होने वाली कमाई में कमी आने की आशंका है।
ब्याज दर में कमी आने के कारण कंपनी ने इससे होने वाली कमाई में 2-2.5 फीसदी की गिरावट आने का अनुमान लगाया है। फिलहाल, इन्फोसिस के पास लगभग 11,000 करोड़ रुपये की नकदी और नकदी समतुल्य राशि है।
हालांकि कंपनी का अधिकतर नकद बैंक डिपॉजिट के रूप में है। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी को नकदी से लगभग 9.6 फीसदी कमाई हुई थी। लेकिन चालू वित्त वर्ष में यह आंकड़ा घटकर 7-7.5 फीसदी रहने की आशंका है।
लगभग 21,693 करोड़ रुपये की कंपनी इन्फोसिस के मुख्य वित्त अधिकारी वी. बालकृष्णन ने बताया, ‘हम बड़ी दुविधा में हैं। हमें नकदी भी बचानी है, साथ ही इससे बेहतर कमाई भी करनी है। इसीलिए हम ऐसा विकल्प ढूंढ रहे हैं जिससे यह दोनों काम पूरे हो सकें।’
कम अवधि के डिपॉजिट पर कम रिटर्न मिलने के बावजूद इन्फोसिस ने हमेशा नकदी बचाने पर अधिक ध्यान दिया है। हाल ही में कंपनी ने अपने शेयरधारकों को जानकारी दी थी कि कंपनी की कुल नकदी का लगभग 73 फीसदी हिस्सा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पास सुरक्षित रखा हुआ है।
31 मार्च 2009 को समाप्त हुई तिमाही में इन्फोसिस का शुद्ध संचयी मुनाफा 29 फीसदी बढ़कर 1,613 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल इसी समयावधि के दौरान कंपनी का शुद्ध संचयी मुनाफा 1,249 करोड़ रुपये ही था। इसकी एक वजह डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में 4 फीसदी की गिरावट आना भी है।
इसके साथ ही कंपनी के बैंक डिपॉजिट समेत बाकी जरियों से होने वाली कमाई भी 81 फीसदी बढ़कर 252 करोड़ रुपये हो गई है। लेकिन अगर पूरे वित्त वर्ष की बात करे तो बाकी जरियों से होने वाली कमाई 33 फीसदी घटकर 473 करोड़ रुपये ही रह गई है।
इन्फोसिस को इस साल भी बैंक डिपॉजिट्स से होने वाली कंपनी की कमाई के कम रहने की आशंका है। बालकृष्णन ने कहा, ‘हम अपना अधिकतर पैसा बैंकों में ही रखते हैं।
‘हम बड़ी दुविधा में हैं। हमें नकदी भी बचानी है, साथ ही इससे कमाई भी करनी है। इसीलिए हम ऐसा विकल्प ढूंढ रहे हैं, जिससे ये दोनों काम पूरे हो सकें।’ – इन्फोसिस के मुख्य वित्त अधिकारी वी. बालकृष्णन
