इंडिगो का इरादा अपनी वृद्धि योजनाओं को वर्ष 2023 के अंत तक रोके रखने का है, क्योंकि यह कोविड-19 के असर से उबर रही है। मुख्य कार्याधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने कहा कि इसके बाद विमान कंपनी की योजना प्रति वर्ष करीब 25 प्रतिशत की दर पर वृद्धि करने की है।
कर्मचारियों को भेजे गए साल के अंत के एक नोट, जिसे बिजनेस स्टैंडर्ड ने भी देखा है, में मुख्य कार्याधिकारी ने कहा है ‘अगले 24 महीने में वृद्धि नरम रहने से वृद्धि की हमारी संभावनाएं हमारे विमान बेड़े की योजना में भलीभांति परिलक्षित होती हैं, लेकिन इसके बाद प्रति वर्ष 25 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ बढ़ रही है। कोविड की अवधि के दौरान हमने बड़ा नुकसान उठाया है और हमें अपनी नकदी व्यय के लिए बड़ी मात्रा में कर्ज लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। अपना बही-खाता सुधारना एक जरूरी काम है।’
विमान कंपनी के पास वर्तमान में 274 विमान हैं और 525 से अधिक एयरबस 320 निओस और ए321 निओस ऑर्डर पर हैं। जहां एक ओर विमान कंपनी नए विमानों को शामिल करना जारी रखेगी, वहीं दूसरी ओर उनमें से अधिकांश 100 से अधिक पुराने ए320 सीओ विमानों को बदला जाएगा और इसलिए कुल विमान बेड़े की संख्या स्थिर रहेगी।
साल के अंत वाली छुट्टियों में यात्रा करने वाले लोगों के कारण भारतीय घरेलू यात्रियों की वृद्धि दर कोविड से पहले वाले स्तर के करीब वापस आ चुकी है, क्योंकि देश में ओमीक्रोन स्वरूप का असर सीमित बना है। उदाहरण के लिए विमान कंपनियों ने शनिवार को 3,70,145 यात्रियों के साथ उड़ान भरी, जो महामारी से पहले के प्रतिदिन उनके द्वारा ले जाए जाने वाले 4,00,000 यात्रियों की तुलना में 92 प्रतिशत का सुधार है।
