भारतीय प्रौद्योगिकी स्टार्टअप ने वर्ष 2021 में निजी इक्विटी और उद्यम पूंजी फर्मों से रिकॉर्ड स्तर पर पूंजी जुटाई है। भारत स्थित वैश्विक प्रबंधन परामर्श और सलाहकार सेवा प्रदान करने वाली फर्म प्रैक्सिस ग्लोबल अलायंस की रिपोर्ट – इंडिया इन्वेस्टमेंट्स पल्स के अनुसार पिछले कैलेंडर वर्ष में निवेशकों ने विभिन्न 1,123 सौदों में 74 अरब डॉलर का निवेश किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि ई-कॉमर्स, उपभोक्ता प्लेटफॉर्म और आईटी सेवा क्षेत्र निवेशकों के बीच पसंदीदा रहे, जिन्होंने वर्ष 2021 में कुल सौदों के मूल्य का 56 प्रतिशत दर्ज किया। वर्ष 2021 के दौरान 41 कंपनियों को यूनिकॉर्न क्लब में शामिल किया गया, जो पिछले सालों के मुकाबले रिकॉर्ड तीन गुना अधिक हैं।
अपनी तरह की इस पहली शोध रिपोर्ट को वीसी/पीई पारिस्थितिकी तंत्र के विकास, सौद में परिवर्तन, वित्त पोषण, निकास और वर्ष 2022 के लिए उनके समग्र दृष्टिकोण से संबंधित लगभग 100 वीसी, पीई, एलपी और सलाहकारों की समृद्ध अंतर्दृष्टि द्वारा समर्थन दिया गया है।
यह रिपोर्ट भारत और अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, जर्मनी, सिंगापुर और फ्रांस जैसे अन्य देशों के बीच समानताओं का भी वर्णन करती हैं, ताकि अंतरराष्ट्रीय वीसी और पीई सौदों का सिंहावलोकन किया जा सके।
प्रैक्सिस ग्लोबल अलायंस के प्रबंध साझेदार और मुख्य कार्याधिकारी मधुर सिंघल ने कहा कि वर्ष 2021 प्रौद्योगिकी और इंटरनेट निवेश के लिए 40 अरब डॉलर के सौदों के साथ एक रिकॉर्ड वर्ष रहा है। सिंघल ने कहा कि जहां एक ओर यह क्षेत्र तेजी से बढ़ा है, वहीं दूसरी ओर आईटी सेवाएं, स्वास्थ्य सेवा और विनिर्माण जैसे अन्य क्षेत्र भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि निवेशक वर्ष 2022 में भारत के अवसर के संबंध में आशावादी रहेंगे, क्योंकि भारतीय प्रौद्योगिकी स्टार्टअप निजी और सार्वजनिक दोनों ही बाजारों से पूंजी आकर्षित करना जारी रखेंगे।
