इंडिया सीमेंट्स का समेकित शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 121 फीसदी बढ़कर 43.05 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल से जून की अवधि में कंपनी ने 19.47 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
तिमाही के दौरान कंपनी का समेकित परिचालन राजस्व 37 फीसदी बढ़कर 1,045.25 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान तिमाही में 763.46 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही के दौरान कंपनी का सीमेंट उत्पादन 41 फीसदी बढ़कर 18.88 लाख टन हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 13.43 लाख टन रहा था। इसी प्रकार कुल मात्रात्मक बिक्री भी 36 फीसदी बढ़कर 14.3 लाख टन हो गई। एक साल पहले की समान तिमाही में यह आंकड़ा 13.43 लाख टन रहा था। हालांकि क्रमिक आधार पर मात्रात्मक बिक्री करीब 35 फीसदी कम रही जिसे मुख्य तौर पर कोविड की दूसरी लहर से झटका लगा।
जून तिमाही में कंपनी का शुद्ध संयंत्र प्राप्तियां एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 7 फीसदी कम रहीं। इस दौरान एबिटा बढ़कर 165 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 159 करोड़ रुपये रही थी।
बजाज इलेक्ट्रिकल्स को पहली तिमाही में घाटा
बजाज इलेक्ट्रिकल्स ने अप्रैल से जून तिमाही के लिए 6.4 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया है। हालांकि तिमाही के दौरान कंपनी के मुनाफे में सालाना आधार पर सुधार दर्ज किया गया क्योंकि उसने अपने तिमाही घाटे कमी दर्ज की है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 27 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था। तिमाही के दौरान कंपनी का परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 40 फीसदी बढ़कर 852.8 करोड़ रुपये हो गया। जबकि तिमाही आधार पर मार्च तिमाही में 1,255 करोड़ रुपये के परिचालन राजस्व के मुकाबले 32 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। एक तिमाही पहले कंपनी ने 56 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। तिमाही के दौरान उपभोक्ता वस्तु श्रेणी से राजस्व सालाना आधार पर 56 फीसदी बढ़कर 617 करोड़ रुपये हो गया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 395 करोड़ रुपये रहा था।
पिडिलाइट का करोपरांत लाभ 12.7 गुना बढ़ा
पिडिलाइट इंडस्ट्रीज के करोपरांत लाभ में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के सालाना आधार पर 1,277 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। तिमाही के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 217.6 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले की समान तिमाही में महज 15.8 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही के दौरान कंपनी का परिचालन राजस्व 121 फीसदी बढ़कर 1,936.8 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान तिमाही में 877.8 करोड़ रुपये रहा था। कोविड पूर्व प्रदर्शन के मुकाबले कंपनी को राजस्व और मुनाफा दोनों मोर्चें पर नुकसान जारी रहा। तिमाही के दौरान कंपनी का करोपरांत लाभ और परिचालन राजस्व जून 2019 तिमाही के मुकाबले क्रमश: 26 फीसदी और 4 फीसदी कमजोर रहा। तिमाही के दौरान पेडिलाइट की कच्चे माल की लागत 276 फीसदी बढ़कर 242 करोड़ रुपये से 911 करोड़ रुपये हो गया।
ल्यूपिन का लाभ पांच गुना बढ़ा
दवा कंपनी ल्यूपिन ने बताया कि 30 जून, 2021 को समाप्त तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ पांच गुना की वृद्धि साथ 542.46 करोड़ रुपये रहा। कंपनी के अप्रैल-जून 2021 तिमाही में शुद्ध लाभ में यह उछाल एमईके इन्हिबिटर कंपाउंड कार्यक्रम संबंधी सहयोग के लिए बायोफार्मास्युटिकल कंपनी बोहरिंगर इंगेलहेम से हासिल हुई मजबूत बिक्री और आय की वजह से आयी। ल्यूपिन ने कैंसर के इलाज की खातिर एमईके कार्यक्रम के लिए बेरिंगर इंगेलहेम के साथ सहयोग किया है। ल्यूपिन ने मंगलवार देर रात दी गयी एक नियमाकीय सूचना में कहा कि उसने पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 106.90 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। इस तिमाही में कंपनी का परिचालन से हासिल होने वाला एकीकृत राजस्व 4,237.39 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले इसी अवधि में यह 3,468.63 करोड़ रुपये था। ल्यूपिन के प्रबंध निदेशक नीलेश गुप्ता ने कहा, ‘जहां परिचालन के मुश्किल माहौल के बावजूद तिमाही का लाभ बोहरिंगर इंगेलहेम एमईके कार्यक्रम की आय से बेहतर हुआ।’
जायडस कैडिला का शुद्ध लाभ बढ़ा
कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड (जायडस कैडिला) का समेकित शुद्ध लाभ 30 जून 2021 को समाप्त पहली तिमाही में सालाना आधार पर 29 फीसदी बढ़कर 587 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 454 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। तिमाही के दौरान कंपनी का समेकित परिचालन राजस्व 14 फीसदी बढ़कर 3,917 करोड़ रुपये हो गया जो वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में 3,424 करोड़ रुपये रहा था।
तिमाही के दौरान जायडस कैडिला के भारतीय कारोबार ने कुल समेकित राजस्व में 50 फीसदी योगदान किया और सालाना आधार पर 43 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। इस दौरान भारतीय कारोबार ने 1,943 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की। हालांकि कंपनी के अमेरिकी कारोबार का कुल राजस्व में योगदान 11 फीसदी घटकर 1,451 करोड़ रुपये रह गया। जबकि शेष दुनिया में कंपनी के कारोबार में 17 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और इस श्रेणी में 277 करोड़ रुपये की बिक्री हुई।
जायडस ने जायकोवडी टीके के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मांगी है। तिमाही के दौरान कंपनी ने उजविरा ब्रांड नाम के तहत एंटीबॉडी ड्रग कंजुगेट (एडीसी) बायोसिमिलर दवा ट्रैस्टुजुमैब एमटैनसिन को लॉन्च किया। इसका उपयोग एचईआर2 ब्रेस्ट कैंसर के उपचार में किया जाता है। इससे रोगियों की उपचार लागत में करीब 80 फीसी की कमी आएगी। तिमाही के दौरान जायडस ने कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए अपने मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल का भी क्लीनिकल परीक्षण शुरू किया। जायडस ऐसा करने वाली एकमात्र भारतीय कंपनी है।