भारत में अगस्त में अचानक ईंधन की घटती मांग को देखते हुए उम्मीद है कि इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (आईओसी) वित्त वर्ष 2008-09 में तय की जा चुकी डीजल की मात्रा को घटा कर कम डीजल ही आयात करेगी।
औद्योगिक ग्राहकों को अपने ऊर्जा संयंत्रों को चलाने के लिए सब्सिडी रहित ईंधन तेल अधिक सस्ता पड़ रहा है, खासतौर पर तेल की कीमतें गिरने के बाद, जिसे देखते हुए कंपनी ने यह कदम उठाया है। कंपनी मार्च 2009 तक लगभग 9 लाख टन डीजल आयात कर सकती है, जो 12 लाख टन की तय मात्रा से कम है।
लेकिन बावजूद इसके वित्त वर्ष 2007-08 में कंपनी की ओर से आयात 6.7 लाख टन से लगभग 34.32 प्रतिशत अधिक होगा। जनवरी-मार्च, 2009 में सात लाख टन डीजल का आयात कर सकती है। आईओसी निदेशक (वित्त) एस वी नरसिम्हन ने कहा, ‘हमें दिसंबर तक डीजल को आयात करने की जरूरत नहीं है, लेकिन हम 5 से 7 लाख टन ईंधन जनवरी से मार्च 2009 तक आयात कर सकते हैं। हमने वित्त वर्ष की शुरुआत से अभी तक 2 लाख टन डीजल का आयात कर लिया है।’