बीएस बातचीत
आइकिया मुंबई में अपना पहला सिटी स्टोर खोलने के लिए तैयार है। करीब 80,000 वर्ग फुट का वह स्टोर हैदराबाद और मुंबई में उसके दो अन्य बड़े स्टोरों के मुकाबले छोटा होगा। वैश्विक महामारी के प्रकोप से ऑनलाइन खरीदारी के प्रति ग्राहकों का रुझान बढ़ा है। आइकिया भारत और वैश्विक दोनों बाजारों में अब ऑनलाइन बिक्री से करीब एक तिहाई राजस्व अर्जित कर रही है। आइकिया इंडिया के सीईओ एवं सीएसओ पीटर बेटजेल ने शर्लिन डिसूजा से बातचीत में विस्तार योजनाओं के बारे में खुलकर चर्चा की। मुख्य अंश:
कया आप भारत में अपना पहला सिटी स्टोर खोलने के साथ ही ग्राहकों के करीब पहुंचने के लिए कहीं अधिक आक्रामक रुख अख्तियार करेंगे?
सिटी स्टोर पहुंच बढ़ाने संबंधी हमारी रणनीति का हिस्सा है। हम एक ओमनी चैनल रिटेलर बनना चाहते हैं। हैदराबाद और मुंबई में हमारे स्टोर को जबरदस्त सफलता मिली है। इसके अलावा हम बेंगलूरु, हैदराबाद, मुंबई, पुणे और गुजरात के तीन शहरों में भी ऑनलाइ मौजूद हैं। हम लंबे समय तक भारत में बने रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम अगले 12 महीनों में एक अन्य सिटी स्टोर खोलने जा रहे हैं। हम अपना अगला बड़ा स्टोर बेंगलूरु में गर्मी के आरंभ में खोलेंगे। हम भविष्य में छोटे एवं मझोले शहरों में छोटे फॉर्मेट के अवसरों और ऑनलाइन संभावनाओं को तलाश रहे हैं। मैं इसे आक्राकम रुख नहीं कहूंगा। लेकिन हमारे नजरिये में बदलाव जरूर आया है। अब हम सिर्फ बड़े स्टोरों पर भरोसा नहीं कर रहे हैं बल्कि ग्राहकों के करीब पहुंच रहे हैं ताकि वे हमारी उत्पाद शृंखला को देख सकें।
हैदराबाद और मुंबई के बड़े स्टोरों के मुकाबले सिटी स्टोर में उत्पाद शृंखला कैसी रहेगी?
सिटी फॉर्मेट स्टोर में तत्काल बिक्री के लिए 2,000 से अधिक उत्पाद उपलबध होंगे। ग्राहक हमारे मजदूरों से अपने पूरे घर का फर्नीचर भी बनवा सकते हैं।
आप कितने शहरों में अपनी ऑनलाइन मौजूदगी बढ़ाएंगे?
हमने कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं की है। भारत में हमारा भविष्य ओमनी चैनल दृष्टिकोण पर केंद्रित हो सकता है। कुछ क्षेत्रों में ऑनलाइन रुझान भी हो सकता है। हम भारत में आगे बढऩे के अवसर तलाश रहे हैं।
कया आइकिया ने भारत से अपनी सोर्सिंग बढ़ाई है?
हम भारत में स्थानीय सोर्सिंग बढ़ा रहे हैं। उदाहरण के लिए, भारतीय बाजार के लिए मैट्रेस की सोर्सिंग भारत से ही की जा रही है। हम करीब 2,000 वस्तुओं की सोर्सिंग कर रहे हैं और उनकी हिस्सेदारी करीब 25 फीसदी है। हम उम्मीद करते हैं करीब 50 फीसदी सोर्सिंग भारत से हो। हम जिस प्रकार व्यापार करते हैं उससे लोगों में कौशल विकास और दक्षता का प्रसार होता है। हमें लगता है कि भारत विनिर्माण और निर्यात का एक प्रमुख केंद्र बनेगा।
क्या कुल राजस्व में ऑनलाइन बिक्री का योगदान बढ़ा है?
पिछले डेढ़ साल के दौरान कोविड-19 के कारण भारत में होम फर्निशिंग में तेजी आई है। ऑनलाइन मांग में वृद्धि हुई है और ऐसा न केवल ऑर्डरों के लिए बल्कि सेवाओं के लिए भी दिख रहा है। हमने पूरे मकान के लिए वर्चुअल प्लानिंग जैसी सेवाएं शुरू की हैं। इंगका (आइकिया की होल्डिंग कंपनी) के लिए वैश्विक स्तर पर ऑनलाइ ऑर्डरों में बढ़ोतरी हो रही है। ऑनलाइन बिक्री में 90 फीसदी की दर से बढ़ोतरी हो रही है और कुल राजस्व में उसका योगदान करीब 30 फीसदी है। हमें भारत में भी लगभग यही स्थिति दिख रही है।
आइकिया के कुल राजस्व में फूड बिक्री का क्या योगदान है?
बिक्री में हिस्सेदारी के लिहाज से यह 7 से 9 फीसदी के दायरे में है।
क्या आपकी नजर फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म से करार पर है?
नहीं, ऐसा कुछ भी नहीं है। लेकिन हम इस पर गौर कर रहे हैं।