इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग ऐंड फाइनैंशियल सर्विसेज (आईएलऐंडएफएस) की गैर-बैंकिंग वित्तीय इकाई आईएलऐंडएफएस फाइनैंशियल सर्विसेज (आईफिन) ने नीलामी के जरिये अपनी एक्सटर्नल कॉरपोरेट लोन बुक बेचने की योजना बनाई है, जिसके लिए बोलियां आमंत्रित करने की प्रक्रिया अगले सप्ताह से शुरू होगी।
कंपनी ने एक बयान में कहा है कि करीब 5,000 करोड़ रुपये मूल्य के कॉरपोरेट ऋणों की नीलामी की जाएगी। एक्सटर्नल ऋण बुक में उन 70 कंपनियों के लिए ऋण शामिल हैं जो ऋणदाता के लिए गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) में तब्दील हो गए हैं। इसके अलावा, यह बिक्री नकदी के आधार पर पूरी होगी।
आईफिन की 18,000 करोड़ रुपये की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां हैं, जिनमें समूह इकाइयों और बाहरी कंपनियों के लिए दिए गए ऋण भी शामिल हैं।
आईफिन की सालाना रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2019 तक आईफिन की ऋण बुक 12,945 करोड़ रुपये थी, जिसमें 96 प्रतिशत गैर-निष्पादित थी। आईएलऐंडएफएस बोर्ड द्वारा एनसीएलएटी के समक्ष पेश एक रिपोर्ट के अनुसार, सकल एनपीए कुल ऋणों की करीब 97 प्रतिशत (नवंबर 2019 के अंत में) थीं। बोर्ड ने एक हलफनामे में करीब 30 बाहरी कर्जदारों और समूह इकाइयों से 1,380 करोड़ रुपये वसूलने का दावा किया था।
अब तक (सितंबर 2020 के अंत तक) नए बोर्ड ने समूह के 19,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के ऋण को सुलझा लिया है, जो 26,440 करोड़ रुपये के लक्ष्य से काफी कम है। शेष 7,300 करोड़ रुपये के ऋण बाद की तिमाहियों में हासिल किए जाएंगे। जुलाई-सितंबर तिमाही में, बोर्ड 1,460 करोड़ रुपये के कर्ज सुलझाने में सफल रहा था। बोर्ड अब दिसंबर 2020 तक 13,200 करोड़ रुपये के अन्य ऋणों का समाधान निकालने की कोशिश कर रहा है।
उदय कोटक के नेतृत्व वाला आईएलऐंडएफएस अब 56,300 करोड़ रुपये के ऋण का समाधान निकालने की संभावना तलाश रहा है, जो समूह के कुल ऋणों का 50 प्रतिशत से ज्यादा है।
