करीब 18 अरब डॉलर की हैसियत वाली दुनिया की सबसे मूल्यवान एडुटेक कंपनी बैजूस ऑनलाइन लर्निंग सामग्री तैयार करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग सहित प्रौद्योगिकी के उपयोग पर काफी निवेश कर रही है। इसमें शिक्षकों, वीडियो पाठ और इंटरैक्टिव गेम्स शामिल होते है जिसमें कंपनी वास्तविक जीवन की परिस्थितियों से तालमेल बिठाते हुए अवधारणाओं को समझाती है।
प्रगतिशील अध्यापन एवं प्रौद्योगिकी के जरिये इस प्रकार की सामग्री तैयार करने और उसे निष्पादित करने के पीछे कंपनी की मीडिया एवं सामग्री टीम का हाथ होता है। बैजूस के मुख्य सामग्री अधिकारी विनय एमआर ने एक बातचीत में कहा, ‘सामग्री और प्रौद्योगिकी के बीच पारस्परिक खेल छात्रों की कुशलता को बढ़ाने की कुंजी है।’ क्रिएटिव एक्सपर्ट, टेक्नोलॉजिस्ट, प्रोडक्ट इंजीनियर और लीडर की एक टीम सामग्री एवं वीडियो के लिए स्क्रिप्अ लिखने में सहयोग करती है। बैजूस ने कहा कि वह अवधारणाओं को स्पष्ट करने, बुनियाद को मजबूती देने, विजुअल लर्निंग में समर्थ बनाने और बच्चों को आजीवन शिक्षार्थी बनाने में मदद करने के उद्देश्य से आपसी तालमेल के साथ काम करती है। कंपनी अपनी सामग्री में वीडियो, गेम, विजुअल और इंटरैक्टिव सत्र जैसे बहुआयामी माध्यमों का उपयोग करती है। यह बैजूस प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन लर्निंग में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सामग्री के अलावा बैजूस के वीडियो को एक शीर्ष ग्राफिक्स एवं एनीमेशन टीम तैयार करती है। कंपनी के पास कई इन-हाउस ग्रीन-स्क्रीन स्टूडियो, वीएफएक्स विशेषज्ञ, 2डी एवं 3डी एनीमेटर्स, स्टोरीबोर्डिंग विशेषज्ञ और संगीतकार भी हैं।
बैजूस एलकेजी, यूकेजी, कक्षा 1 से 12 और जेईई, नीट एवं आईएएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में छात्रों के लिए लर्निंग प्रोग्राम भी पेश करती है। उसके लर्निंग ऐप पर अब 10 करोड़ से अधिक पंजीकृत छात्र और 65 लाख वार्षिक भुगतान वाले सबस्क्राइबर मौजूद हैं। इस ऐप पर 1,700 से अधिक शहरों के छात्र रोजाना औसतन 71 मिनट का समय बिताते हैं।
विनय ने कहा, ‘तकनीक टिपिंग पॉइंट के तौर पर उभरी है जहां छात्रों की खास जरूरतों के मुताबिक सामग्री तैयार करते हुए और सही फॉर्मेट में सेवाएं प्रदान करते हुए अलग पहचान दी जाती है।’
उत्पादक, चुनौतीपूर्ण और परिणाम उन्मुख शिक्षा सुनिश्चित करने की कुंजी है वैयक्तिकृत सामग्री। विनय ने कहा, ‘बैजूस में मुख्य तौर पर छात्रों के परिप्रेक्ष्य से सामग्री डिजाइन की गई है।’ उन्होंने कहा, ‘वन साइज फिट ऑल के पारंपरिक नजरिये से आगे बढ़ते हुए बैजूस मुख्य तौर पर व्यक्तिगत छात्रों के लिए सामग्री को अनुकूल बनाने पर ध्यान देती है।’
विनय ने दावा किया कि छात्र तीन तरीकों से सामग्री सीखते है: पाठ्यपुस्तकों एवं ऐप्स के माध्यम से स्वयं उपभोग करते हुए सीखना, शिक्षकों से सीखना और साथियों से सीखना। सही सामग्री तैयार करने में डेटा भी एक महत्त्वपूर्ण कारक है। इसमें एक बड़े डेटाबेस से उपयोगी डेटा को निकालना शामिल है जो उपयोगकर्ता के व्यवहार एवं व्यवहार पैटर्न को पहचान व समझने में उपयोगी होता है।
