सिंगुर मसले के समाधान के लिए शुरू होने वाली बहुप्रतीक्षित बैठक शाम 4 बजे तक टलने के बाद देर शाम शुरू हुई, जो करीब 3 घंटे तक चली।
राजभवन में हुई इस बैठक में पश्चिम बंगाल सरकार और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी की अध्यक्षता में भाग लिया। बैठक से बाहर निकलने के बाद विपक्षी सदस्यों ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही और सिंगुर मसले का हल निकलने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि इस मसले पर बातचीत शनिवार को फिर होगी। राजभवन के सूत्रों ने बताया बैठक में प्रभावित किसानों के लिए राज्य सरकार की ओर खास पैकेज सुझाए गए, जिस पर सहमति संभव है। इसके तहत किसानों को मुआवजा रकम बढ़ाने के साथ-साथ नौकरी देने का भी प्रस्ताव है।
इससे पहले सुबह राज्य सरकार की ओर से अधिक समय मांगे जाने के कारण राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी ने सिंगुर मसले के समाधान के लिए शुरू होने वाली बैठक को शाम तक के लिए टाल दिया था। दरअसल, सरकार की ओर से तृणमूल कांग्रेस से कहा गया था कि वे एक्सप्रेस-वे से जाम हटाएं और आंदोलन को वापस लें।
वार्ता में सरकार की ओर से उद्योग मंत्री निरूपम सेन, पंचायत मंत्री सूर्यकांत मिश्रा, मुख्य सचिव अमित किरण देब, गृह सचिव अशोक मोहन चक्रवर्ती तथा उद्योग सचिव सब्यसाची सेन शामिल हुए।