कोविड-19 केटीकाकरण अभियान की रफ्तार जोर पकडऩे के साथ ही, टीका लगाने में महत्त्वपूर्ण घटक – सिरिंज की खरीद भी बढ़ गई है। हिंदुस्तान सिरिंजेस ऐंड मेडिकल डिवाइसेस (एचएमडी) ने कहा कि उसने कोविड-19 के टीकाकरण के लिए प्रति वर्ष एक अरब ऑटो-डिसेबल सिरिंज की उत्पादन क्षमता हासिल कर ली है।
एचएमडी के प्रबंध निदेशक राजीव नाथ ने कहा ‘वर्तमान में एचएमडी हरियाणा के फरीदाबाद औद्योगिक जिले में 11 एकड़ में फैले हमारे कारखानों में हर घंटे विभिन्न प्रकार की 4.2 लाख से अधिक सिरिंज का उत्पादन कर रहा है।’ जून 2020 में 0.5 एमएल ऑटो-डिसेबल वाली सिरिंज की यह क्षमता 50 करोड़ इकाई थी। एचएमडी का लक्ष्य मार्च 2022 तक ऑटो-डिसेबल सिरिंज की क्षमता बढ़ाकर 1.25 अरब इकाई करना है, जिससे इसकी कुल सिरिंज क्षमता बढ़कर 3.5 अरब इकाई प्रति वर्ष हो जाएगी।
नाथ ने कहा कि अप्रैल 2020 में ही हमने एचएमडी की क्षमता में तेजी से इजाफा करना शुरू कर दिया था और टीकाकरण के लिए सामान्य डिस्पोजेबल सिरिंज लाइनों को उनके स्थान पर ऑटो डिसेबल सिरिंज का विनिर्माण करने के लिए फिर से तैयार किया था। बिना सरकारी मदद के बड़े स्तर पर खास तौर पर सिरिंज उत्पादन करने के लिए एचएमडी ने मई में अपने खुद के संसाधनों से 100 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की शुरुआत की थी। तब तक खरीद के ऑर्डर भी नहीं थे। कंपनी ने कहा कि उसे केंद्र से 13.25 करोड़ इकाई के नए ऑर्डर मिले हैं। कंपनी सितंबर के अंत तक केंद्र सरकार को पहले ही 47.135 करोड़ सिरिंज की आपूर्ति कर चुकी है।
