पूर्णेंदु चटर्जी के स्वामित्व वाले टीसीजी समूह की मुख्य कंपनी हल्दिया पेट्रोकेमिकल्स ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में तीन पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स बनाने की योजना बनाई है, जिस पर करीब 30 अरब डॉलर का निवेश हो सकता है। इसकी जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि कंपनी ऐसे भारी भरकम निवेश के आंशिक वित्त पोषण के लिए आरंभिक सार्वजनिक निर्गम या रणनीतिक निवेशक को जोडऩे पर विचार कर रही है।
सूत्रों ने कहा कि कंपनी तमिलनाडु के कड्डलूर, आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा और ओडिशा के बालासोर में एक साथ क्रूड से पॉलिमर परियोजनाएं खड़ी करने पर विचार कर रही है। ओडिशा में ऐसा करने की योजना पहले से ही बनी थी, लेकिन अब लागत में बचत की खातिर तीनों परियोजनाओं को एक साथ खड़ा करने पर विचार हो रहा है।
एक सूत्र ने कहा, हम अभी योजना के चरण में हैं। तमिलनाडु में हमें नागार्जुन ऑयल के लिए एनसीएलटी से मंजूरी मिल गई है। इस परियोजना को हम सबसे पहले हाथ में लेंगे। हमें आंध्र प्रदेश और ओडिशा से जमीन व अन्य चीजों पर प्रतिबद्धता नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि लागत का आरंभिक अनुमान प्रति परियोजना 10 अरब डॉलर का है और कंपनी इन परियोजनाओं के लिए आईपीओ या रणनीतिक साझेदारों को जोडऩे के विकलल्प पर काम कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय साझेदार आर कैपिटल के साथ हल्दिया पेट्रोकेमिकल्स (एचपीएल) ने अमेरिका की ल्यूमस टेक्नोलॉजी का अधिग्रहण जुलाई 2020 में 2.725 अरब डॉलर में किया था। ल्यूमस टेक्नोलॉजी रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल्स, गैस प्रोसेसिंग और कोल गैसिफिकेशन सेक्टर में प्रोप्राइटरी टेक्नोलॉजिज की मास्टर लाइसेंसर है, साथ ही वह प्रोप्राइटरी कैटलिस्ट्स, इक्विपमेंट और संबंधित इंजीनियरिंग सेवाओं की आपूर्तिकर्ता भी है।
एक अन्य सूत्र ने कहा, एचपीएल एक का डिजायन तैयार कर कई का क्रियान्वयन करने की कोशिश कर रही है ताकि तकनीक हस्तांतरण की लागत बंट जाए। ल्यूमस के अधिग्रहण के जरिये एचपीएल के पास पहले से ही क्रूड टु पॉलिमर टेक्नोलॉजी है और वह तीन परियोजनाओं के साथ अब इसे पूंजीकृत करना चाहती है। जुलाई में टीसीजी ग्रुप ने बी आनंद को मुख्य कार्याधिकारी बनाया था, जो भारत व विदेश में उसके ऑयल टु पॉलिमर बिजनेस के लिए जिम्मेदार है। इससे पहले आनंद नायरा एनर्जी के सीईओ थे।
एचपीएल के निदेशक एस चटर्जी तीनों परियोजनाओं मे हो रही प्रगति की निगरानी कर रहे हैं। आईपीओ की योजना व आगामी परियोजनाओं को देखते हुए कंपनी वैश्विक रिफाइनरी दिग्गजों से वरिष्ठ अधिकारियों को मुख्य वित्तीय अधिकारी के तौर पर शामिल कर सकती है। बालासोर परियोजना स्वर्णरेखा नदी पर प्रस्तावित पोर्ट के पास लगाने की योजना है। मार्च 2021 में एनसीएलटी ने नागार्जुन के अधिग्रहण के एचपीएल के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी, जिसका परिसमापन हुआ था।
