जनरल मोटर्स इंडिया लिमिटेड (जीएमआई-एल) भारत से वाहन कल-पुर्जों की आउटसोर्सिंग बढ़ाने की योजना बना रही है। कंपनी का कहना है कि वह वर्ष 2010 तक करीब 1 अरब डॉलर के कल-पुर्जों की आउटसोर्सिंग करेगी।
वर्तमान में कंपनी भारत से 50 लाख डॉलर मूल्य के कल-पुर्जों का आउटसोर्स कर रही है। कंपनी के उपाध्यक्ष पी. बालेंद्रन का कहना है कि, ‘इस वक्त तो हम भारत से सालाना 50 करोड़ डॉलर के कल-पुर्जे मंगवा रहे हैं।
अब हम अगले साल के अंत तक बढ़ाकर एक अरब डॉलर के स्तर तक ले जाना चाहते हैं। हालांकि, पुर्जों के निर्यात को बढ़ाने की हमारी योजना बाजार की हालत पर निर्भर करेगी।’
जनरल मोटर्स ने इस साल भारत में 65,702 कारें बेचीं हैं, जबकि कंपनी की योजना 85 से 90 हजार कारों को बेचने की थी। इस बीच, कंपनी ने महाराष्ट्र में तालेगांव में स्थित अपनी अत्याधुनिक फैक्टरी में दूसरी शिफ्ट को अब तक लागू नहीं किया है।
वह गुजरात के हलोल में स्थित अपने प्लांट में श्रमिकों से सिंगल शिफ्ट में ही काम ले रही है। कंपनी के इन दोनों प्लांटों की संयुक्त उत्पादन क्षमता 230 कारें प्रतिदिन की है। 2009 के बारे में पूछे जाने पर बालेंद्रन का कहना था कि, ‘हमने 2009 के लिए अब तक कोई लक्ष्य नहीं रखा है।
लेकिन यही उम्मीद है कि इस साल भारत में कार का बाजार या तो स्थिर रहेगा या फिर नकारात्मक भी रह सकता है।’ वैसे, उन्होंने साफ कहा कि इस साल जनरल मोटर्स भारत में किसी तरह की कोई छंटनी नहीं करेगी।