हैदराबाद की ग्लैंड फार्मा करीब 6,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 9 नवंबर को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) पेश करेगी। हाल के समय में सबसे बड़े आईपीओ में से एक ग्लैंड फार्मा के आईपीओ में नए शेयरों के जरिये 1,250
करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे जबकि 3.40 करोड़ शेयरों का ओएफएस होगा।
इसका कीमत दायरा 1,490 से 1,500 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है और यह इश्यू 11 नवंबर को बंद होगा। प्राथमिक इश्यू 1,250 करोड़ रुपये जुटाने के लिए है, जिसका इस्तेमाल कंपनी कार्यशील पूंजी की जरूरतें पूरी करने, पूंजीगत खर्च व कंपनी के सामान्य कामकाज में करेगी। चीन की फोसन फार्मा इंडस्ट्रियल पीटीई 1.9 करोड़ इक्विटी की पेशकश कर रही है जबकि ग्लैंड सेलसस बायो केमिकल्स 1 करोड़ शेयर बेचने की योजना बना रही है। अन्य दो शेयरधारकों एम्पावर डिस्क्रिशनरी ट्रस्ट व निलय डिस्क्रिशनरी ट्रस्ट क्रमश: 35,73 लाख व 18.45 लाख शेयरों की बिक्री करेंगे। शांघाई फोसन फार्मा की सहायक फोसन सिंगापुर की कंपनी में 74 फीसदी हिस्सेदारी है। अन्य निवेशकों में ग्लैंड सेलसस के पा 12.97 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि एम्पावर ट्र्स्ट व निलय ट्रस्ट के पास क्रमश: 5.08 फीसदी व 2.42 फीसदी हिस्सदारी है।
हाल के समय में सबसे बड़ा आईपीओ साल 2017 में एरिस लाइफसाइंसेज ने पेश किया था और 1,741 करोड़ रुपये जुटाए थे। एल्केम लैब व लॉरस लैब्स क्रमश: साल 2015 व 2016 में पूंजी बाजार में उतरी थी।
शांघाई की फोसन ने 74 फीसदी हिस्सेदारी साल 2017 में करीब 1.2 अरब डॉलर में खरीदी थी, जो किसी चीनी कंपनी की तरफ से भारतीय कंपनी का सबसे बड़ा अधिग्रहण था। दिलचस्प रूप से यह आईपीओ ऐसे समय में आया है जब भारत-चीन के संबंध तनावपूर्ण हैं। कंपनी ने हालांकि दावा किया कि वे स्वतंत्र रूप से अपने कारोबार का परिचालन करते हैं और पहले उनके साथ कई निवेशक थे। दोनों कंपनियों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का कंपनी के रोजाना के परिचालन पर असर नही होता।
