गैमन इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (जीआईपीएल) विदेशों में अपनी परियोजनाओं के विस्तार के अलावा शहरी बुनियादी ढांचा, एयरपोर्ट और बिजली ट्रांसमिशन के क्षेत्र में उतरने की योजना बना रही है।
जीआईपीएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अभिजीत रंजन ने कंपनी की आम सालाना वार्षिक बैठक के दौरान अपने शेयरधारकों को बताया, ‘हम सड़क, ऊर्जा और बंदरगाह क्षेत्र में सही मजबूती हासिल कर चुके हैं। आगे बढ़ते हुए कंपनी शहरी बुनियादी ढांचा, एयरपोर्ट, बिजली ट्रांसमिशन और विशेष आर्थिक क्षेत्रों तक अपनी पहुंच बढ़ाने पर ध्यान देगी।’
कंपनी मौजूदा क्षेत्रों में सिर्फ बड़ी निवेश राशि वाली परियोजनाओं पर ही ध्यान देगी। उसकी 5,500 करोड़ रुपये की लागत वाली 14 परियोजनाओं में से चार फिलहाल शुरू हो चुकी हैं। रंजन का कहना है कि इन परियोजनाओं के अलावा जीआईपीएल की विदेशों में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में संभावना तलाश रही है और उम्मीद है कि कंपनी की ओर से जल्दी कुछ घोषणाएं सुनने को मिलेंगी।
इस बारे में उन्होंने विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया। रंजन का कहना है कि कंपनी का इरादा रिस्क रिटर्न प्रोफाइल को बाजार आधारित और सुनिश्चित रिटर्न परियोजनाओं के मेल की मदद से बराबर रखने का है। रंजन का कहना है, ‘परियोजनाओं के मामले में कम जोखिम वाले पोर्टफोलियो के साथ हम बाजार आधारित परियोजनाओं के साथ स्तर का तालमेल बैठा पाएंगे और सुनिश्चित रिटर्न परियोजनाओं के जरिये आगे बढ़ पाएंगे।’
इस दौरान, जीपीआईएल ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि वह खुद से या किसी साझेदार की सहायता से इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड शुरू करने का भी विचार है। रिपोर्ट में कहा गया, ‘हमारा इरादा बुनियादी ढांचा क्षेत्र में अपने अनुभव का फायदा इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड को शुरू कर उठाने का, जो हम खुद या फिर किसी साझेदार के साथ मिलकर शुरू करेंगे।’
उन्होंने कहा कि कंपनी हो सकता है कि इस इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड में शुरुआती निवेश भी करे। हालांकि कंपनी ने इस मामले में अभी तक नियामक संस्थाओं को आवेदन नहीं भेजा है। कंपनी का कहना है, ‘हालांकि यह हमारी कार्य सूची में काफी ऊपर है।’