हिन्दुस्तान यूनीलिवर (एचयूएल), ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन कंज्यूमर हेल्थकेयर (जीएसकेसीएच), गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (जीसीपीएल), डाबर और नेस्ले सरीखी कंपनियों ने हाइपर मार्केट और सुपरमार्केट के रास्ते आधुनिक कारोबार से ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए अपनी कमर कस ली है।
आधुनिक कारोबार के लिए स्टोर में प्रमोशन, विशेष रिटेल पैकेज से लेकर विशेष दलों की नियुक्ति तब सभी शामिल है, जिसमें एफएमसीजी कंपनियां किसी भी चीज को अपने हाथ से निकलने का मौका नहीं देना चाह रहीं।
आधुनिक कारोबार के फॉर्मेट से होने वाली बिक्री रिटेल कंपनियों के राजस्व का लगभग 30 प्रतिशत से भी अधिक हिस्सा है और अब ये एफएमसीजी कंपनियों के कारोबार में बड़ी संख्या में योगदान दे रहे हैं। एफएमसीजी कंपनियों की शहरों में कुल बिक्री का लगभग 5 से 10 प्रतिशत हिस्सा ही आधुनिक कारोबार वाला है जो दक्षिणी बाजारों के लिए 25 प्रतिशत तक हो सकता है, जहां इस तरह के हाइपर या सुपरमार्केट की मजबूत दावेदारी है।
उद्योग जगत का अनुमान है कि आधुनिक फॉर्मेट से अगले कुछ ही वर्षों में दोगुना कारोबार मिलेगा। टेक्नोपैक केएसए के सह उपाध्यक्ष (रिटेल एवं कंज्यूमर उत्पाद) पुरुनेंदु कुमार का कहना है कि भारत में तेजी से बढ़ते रिटेल कारोबार में यह काफी अहम है कि एफएमसीजी कंपनियां खरीद से जुड़े सभी पहलुओं पर ध्यान दें और इससे उन्हें ध्यान में रख कर एक बेहतर रीटेल नीति तैयार करें।
उनका कहना है, ‘आधुनिक रिटेल फॉर्मेट आपको स्टोर में ही प्रमोशन और अन्य गतिविधियों के लिए की जगह देते हैं, जिससे ग्राहकों से बातचीत करने में मदद मिलती है। साथ ही यह इससे कंपनियों को ग्राहकों के मन की बात और कंपनी ग्राहकों को कहां तक पंसद आ रही है यह जानने का मौका मिलता है।’
ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन कंज्यूमर हेल्थकेयर ने सिर्फ बिक्री के लिए एक अलग विभाग बनाने के अलावा एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी-ग्लेंडिनिंग मैनेजमेंट कंसलटेंट्स को उसके आधुनिक फॉर्मेट के लिए बतौर सलाहकार नियुक्त किया है।
जीएसकेसीएच के महाप्रबंधक (आधुनिक कारोबार) के आदित्य कपूर का कहना है, ‘2010 तक हमें अपनी कुल बिक्री में से लगभग 10 प्रतिशत बिक्री आधुनिक कारोबार के जरिये होने की उम्मीद है, इसलिए यह माध्यम हमारे लिए बेहद अहम है। इससे हमें एक अनूठे अंदाज में अपने लक्षित ग्राहकों तक पहुंचने में भी मदद मिलती है और ब्रांड के साथ उनका एक रिश्ता बन जाता है।’
मौजूदा समय में आधुनिक रिटेल कारोबार कंपनी की कुल बिक्री में 4.5 प्रतिशत योगदान देता है। कंपनी ने अपनी बिक्री को व्यवस्थित रिटेल फॉर्मेट में बढ़ाने की एक रणनीति के तहत एक ग्राहकों की पंसद का अध्ययन कराया है और कंपनी आपूर्ति शृंखला प्रबंधन, स्टोर में कार्य, श्रेणी विशेषज्ञ और संयुक्त कारोबार योजना में ग्राहकों की पसंद के मद्देनजर सुधार कर रही है।
आधुनिक कारोबार से अधिक जगह मिलती है और साथ ही नए उत्पादों को पेश करने के लिए एक माध्यम भी उपलब्ध होता है। जीसीपीएल के उपाध्यक्ष (मार्केटिंग) वी सुरेश का कहना है, ‘हमने आम रिटेल इकाई के मुकाबले अपनी आधुनिक कारोबारी इकाई में 50 से 70 प्रतिशत अधिक बिक्री दर्ज की है, जब हमने ईजी-ब्राइट ऐंड सॉफ्ट को इस साल लॉन्च किया था।’
इस फॉर्मेट से जुड़े प्रभावकारी स्टॉक प्रबंधन तंत्र के साथ कंपनियों के लिए खरीदारी की जगह से बिक्री प्रबंधन में आसानी हो रही है। कुमार का कहना है, ‘कंपनियों को देशभर में मौजूद बड़ी रिटेल शृंखला के जरिये नए उत्पादों को पेश करने में आसानी हो रही है। ‘ उनका कहना है, ‘इसके अलावा एक फायदा यह है कि कंपनियों के लिए आधुनिक रिटेल के जरिये महंगे उत्पादों को बाजार में आसानी से उतारा जा सकता है जो आम किराना स्टोर में मुश्किल था।’
नेस्ले ने भी इस साल आधुनिक रिटेल की बेहतर बिक्री के लिए एक नया विभाग बनाया है। दूसरी तरफ डाबर ने डीएआरई (ड्राइविंग अचीवमेंट ऑफ रिटेल एक्सीलेंस) नाम से एक कार्यक्रम चलाया है, जिससे कंपनी अपने व्यवस्थित रिटेल कारोबार में कुशलता को सुधार रही है।