सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक छोटे उद्यमियों से लेकर शीर्ष वैश्विक ब्रांडों को अपने साथ जोडऩे की एक बड़ी मुहिम में जुट गई है। इससे ब्रांडों एवं उद्यमियों को भी फेसबुक के विभिन्न मंचों पर भारी संख्या में इसके उपयोगकर्ताओं तक पहुंचने में आसानी होगी। फेसबुक अपने उपयोगकर्ताओं (यूजर) की भारी भरकम तादाद का इस्तेमाल कारोबारियों को अपनी तरफ खींचने में कर रही है।
कंपनी ने पहली बार अपने यूजर्स के आंकड़े जारी किए हैं। इन आंकड़ों के अनुसार भारत में हर महीने 41.6 करोड़ लोग फेसबुक देखते हैं। इनमें 23.4 करोड़ लोग रोजाना फेसबुक देखते हैं। इस वजह से कंपनियों को अपने उत्पादों एवं सेवाओं के लिए बड़ी तादाद में ग्राहक मिल सकते हैं। पिछले एक वर्ष के दौरान मैसेंजर (फेसबुक का हिस्सा) और इंस्टाग्राम पर लोगों एवं कंपनियों के बीच दैनिक संवाद 40 प्रतिशत तक बढ़ गया। इतना ही नहीं फेसबुक और इप्सॉस के एक आंतरिक सर्वेक्षण के अनुसार इंस्टाग्राम के 90 प्रतिशत यूजर्स कम से कम एक बिजनेस अकाउंट को भी फॉलो करते हैं। भारत में सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले लोगों में से 86 प्रतिशत ने कहा कि सोशल मीडिया की मदद से उन्हें ब्रांडों के साथ अधिक जुडऩे का मौका मिला है। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर शॉर्ट वीडियो सेवा देने वाला रील्स भी कंपनियों को अधिक से अधिक ग्राहकों तक पहुंचने का मौका दे सकता है। रील्स के जरिये रोजाना 60 लाख वीडियो तैयार हो रहे हैं। फेसबुक का कहना है कि 1.5 करोड़ व्हाट्सऐप बिजनेस अकाउंट भी हैं, जिनके जरिये रोजाना 10 करोड़ से अधिक संदेश भेजे जाते हैं।
ब्रांडों एवं कंपनियों पर नजर टिकाने की योजना पर भारत में फेसबुक के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) अजित मोहन ने कहा, ‘अब हम सोशल मीडिया का दूसरा दौर देख रहे हैं, जिसमें वह कारोबार का ताकतवर माध्यम बनकर आया है। कोविड-19 में इसकी भूमिका और भी बढ़ गई है।’ मोहन का कहना है कि कोविड-19 महामारी के दौरान ग्राहकों के व्यवहार में तीन बदलाव देखने में आए हैं। पहली बात, वे ज्यादा समय ऑनलाइन बिता रहे हैं। दूसरा बदलाव यह देखने में आया है कि वे इंस्टाग्राम और फेसबुक के जरिये तेजी से नए ब्रांड एवं उत्पाद तलाश रहे हैं। कम से कम पिछले 15 महीनों के दौरान इसमें तेजी आई है।
मोहन ने कहा कि तीसरा बदलाव यह आया है कि लोग व्हाट्सऐप जैसे माध्यमों से जिस तरह अपने मित्रों एवं परिजनों से जुड़े रहते हैं उसी तरह वे ब्रांडों से भी जुडऩा चाहते हैं। इससे उन्हें उत्पाद की खूबियां एवं कीमत से जुड़ी जानकारी लेने में आसानी हो जाएगी। अपने मंचों पर ग्राहकों एवं कारोबार के बीच लेनदेन आसान बनाने के लिए फेसबुक ने ‘व्हाट्सऐप पे’ की शुरुआत की है। मोहन ने कहा कि विपणन एवं विज्ञापनदाताओं के लिहाज से बदलाव पहले ही शुरू हो चुका है। जितनी व्यापक पहुंच टेलीविजन की है उतनी ही अब सोशल मीडिया की भी हो चुकी है।
फेसबुक के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) अजित मोहन कहते हैं, ‘विपणन एवं विज्ञापन में टेलीविजन की भूमिका अब डिजिटल प्लेटफॉर्म भी निभाने के लिए तैयार हो गए हैं। इन दिनों सोशल मीडिया की पहुंच टेलीविजन से अधिक हो गई हैं और लोग लगभग हर पल किसी न किसी तरह डिजिटल माध्यम से जुड़े होते हैं। बड़ी कंपनियों के लिए भी सोशल मीडिया अब कहीं अधिक उपयोगी हो गया है।’
मोहन ने कहा कि कंपनियों के लिए एक अच्छी बात यह है कि कम खर्च पर उन्हें ग्राहकों तक पहुंचने का जरिया मिल जाता है। मोहन ने कहा कि इससे भी महत्त्वपूर्ण बात यह है कि टीवी पर विज्ञापन देने में होने वाले खर्च के मुकाबले वे डिजिटल माध्यम से सस्ती दर पर ग्राहकों तक पहुंच जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘नीलसन के एक अध्ययन के अनुसार कंपनियों ने डिजिटल माध्मय से विज्ञापन देने पर 27 प्रतिशत रकम खर्च की लेकिन इसका उनके राजस्व में 41 प्रतिशत योगदान रहा।’
