सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने आज कहा कि उसने अंतरराष्ट्रीय टीका साझा करने वाले कार्यक्रम कोवैक्स के लिए दोबारा निर्यात करना शुरू कर दिया है। पुणे स्थित इस फर्म ने इस साल एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड टीके कोविशील्ड की 1.25 अरब से अधिक खुराकों का भी उत्पादन किया है।
कंपनी ने बताया कि कोवैक्स व्यवस्था के जरिये निम्न और मध्य आय वाले देशों में वितरण के लिए आज पुणे में एसआईआई के विनिर्माण केंद्र से कोविशील्ड की पहली खेप भेजी गई है। कोवैक्स के जरिये एसआईआई की खुराक की आपूर्ति वर्ष 2022 की पहली तिमाही में काफी हद तक बढऩे की उम्मीद है।
टीका विनिर्माता ने कहा कि निर्यात की बहाली इस साल के अंत तक कोविशील्ड की एक अरब खुराकों का उत्पादन करने के अपने मूल लक्ष्य को पार करने के साथ जुड़ी हुई है। एसआईआई पुणे में अपने कार्यस्थल पर उत्पादन क्षमता में तेज विस्तार के जरिये समय से पहले ही इस उपलब्धि तक पहुंच गई है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी अदार पूनावाला ने कहा ‘अब एसआईआई द्वारा उत्पादित कोविशिल्ड की एक अरब खुराकों के साथ इस प्रमुख उपलब्धि को हासिल करने के लिए मैं अपने कर्मचारियों को उनके असाधारण प्रयासों के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। हमने पिछली मार्च 2020 में कोविड-19 के टीका उत्पादन में जोखिमपूर्ण स्थिति में निवेश करना शुरू कर किया थाा और सीरम इंस्टीट्यूट के सहयोगियों ने इस जीवन रक्षक खुराक को लोगों तक पहुंचाने के लिए शुरू से ही अथक प्रयास किया है।’
उन्होंने कहा कि निर्यात फिर से शुरू करना हमारे लिए, कोवैक्स में हमारे सहयोगियों के लिए तथा निम्न और मध्य आय वाले जिन देशों की हम मदद कर रहे हैं, उनके लिए एक बड़ा क्षण है। दुनिया काफी हद तक कम लागत, अधिक गुणवत्ता वाली फार्मास्यूटिकल्स और उन टीकों पर निर्भर रही है, जिनका भारत ने पारंपरिक रूप से निर्यात किया है। इसलिए वैश्विक टीकाकरण के प्रयासों में एक बार फिर मदद करने में हमें प्रसन्नता हो रही है।
कोवैक्स सुविधा केंद्र की अगुआई करने वाले टीका गठबंधन गावी के मुख्य कार्याधिकारी डॉ. सेथ बर्कले ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से आपूर्ति की दोबारा शुरुआत करना कोवैक्स के लिए महत्त्वपूर्ण घटनाक्रम है।
