ग्रेटर नोएडा के उद्यमी सभी प्रकार की मजदूर सभा या श्रमिक यूनियन पर प्रतिबंध लगाने को लेकर आमादा नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि मजदूर सभा ही इस प्रकार के फसादों की जड़ है।
इसके अलावा वे सभी उद्यमियों को रिवाल्वर के लाइसेंस देने एवं ग्रेटर नोएडा इलाके में सुरक्षा बलों की छावनी बनाने की मांग करने वाले हैं।
30 तारीख को होने वाली बैठक में वे अपनी सभी मांगों को खुलकर प्रशासन के सामने रखेंगे। उनका कहना है कि किसी भी मांग में अड़ंगा लगाने पर वे उद्यमी ग्रेटर नोएडा से किसी और जगह जाने पर गंभीरता से विचार करेंगे।
दूसरी तरफ, उत्तर प्रदेश प्रशासन इन उद्यमियों को मनाने में जी-जान से जुटा है। गुरुवार को लखनऊ से आए प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने एसोसिएशन ऑफ ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रीज (अग्नि) के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
इन पदाधिकारियों को बैठक में आमंत्रित करने के लिए जिले के अधिकारी इन्हें दिन भर फोन करते रहे।अग्नि के पदाधिकारियों के मुताबिक, किसी भी औद्योगिक इकाई में श्रमिक यूनियन के कारण ही इस प्रकार के बवाल होते हैं।
अग्नि के चेयरमैन सहदेव शर्मा कहते हैं, ‘हम लोग इस बार हर हाल में यूनियन पर प्रतिबंध लगवाकर रहेंगे।’ हालांकि वह यह भी कहते हैं कि प्रबंधकों को भी श्रमिकों के साथ किसी प्रकार के झगड़े को लंबा नहीं खींचना चाहिए।
