पश्चिम एशिया की सबसे बड़ी रियल एस्टेट डेवलपर की भारतीय इकाई एम्मार एमजीएफ लैंड प्राइवेट लिमिटेड ने घरों की कीमत घटा दी है।
कंपनी का मानना है कि उसके इस प्रयास से महंगे घरों की मांग में आई कमी को पूरा करने के लिए घरों को किफायती बनाया जा सकेगा। एम्मार एमजीएफ के वाइस चेयरमैन श्रवण गुप्ता का कहना है, ‘हम मध्यम आकार के बाजार और बड़े बाजार को अपनी सेवाएं देने के लिए अलग-अलग उत्पादों पर विचार कर रहे हैं।’ गुप्ता मांग को बढ़ाने के लिए चाहते हैं कि बैंक मॉर्गेज पर भी ब्याज दरों में कटौती करें।
नई दिल्ली में मुख्यकार्यालय वाली इस कंपनी ने बाजार की खस्ता हालत देख कर जनवरी में अपने लगभग 8,460 करोड़ रुपये की आईपीओ की योजना को रद्द कर दिया था। कंपनी अपनी मौजूदा परियोजनाओं को पूरा करने और सस्ते अपार्टमेंट बेचने पर ध्यान दे रही है, क्योंकि घरों की मांग पर ऊंची मॉर्गेज दरों ने बुरा असर डाला है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 20 अक्टूबर तक दो बार कटौती की है, ताकि आर्थिक विकास में इजाफा हो सके। बैंक ने रेपो रेट के सात वर्षों के सबसे ऊंचे स्तर 9 प्रतिशत को घटाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया है। होम मॉर्गेज की ब्याज दरों में रेपो रेट में हुई कमी का असर देखने को नहीं मिला, क्योंकि बैंकों ने जमाखातों पर अधिक ब्याज देना जारी रखा हुआ है।
गुप्ता का कहना है कि घर खरीदारों के लिए ब्याज दरों का 8 प्रतिशत के स्तर से कम होकर 7 प्रतिशत पर आना जरूरी है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 6 नवंबर को 15 वर्षों के लिए 50 लाख रुपये के आवासीय ऋण पर ब्याज दर को 10.75 से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया है।
गुप्ता का कहना है कि अकेले रियल एस्टेट की कीमतों को घटाने से मांग को बढ़ाने में मदद नहीं मिलेगी। कंपनी नई दिल्ली के आस-पास और चंडीगढ़ के उत्तरी क्षेत्र में 30 लाख से 40 लाख रुपये कीमत वाले अपार्टमेंट बना रही है।
गुप्ता को सरकार से कई रियायतों की दरकार है, जिसमें सस्ते घर बनाने के प्रोत्साहित करने के लिए कर में छूट शामिल है।