इस साल ई-वाणिज्य कंपनियों की बिक्री का आंकड़ा ऊंची छलांग लगा सकता है। त्योहारों के दौरान मजबूत कारोबार की बदौलत पिछले वर्ष के मुकाबले ई-कॉमर्स कंपनियों की कुल बिक्री इस वर्ष 38 अरब डॉलर तक पहुंच सकती है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के मुकाबले 40 प्रतिशत अधिक होगा।
कोविड-19 की इसमें बड़ी भूमिका रहने वाली है। तेजी से फैलने वाली इस महामारी की वजह से ग्राहक खरीदारी आदि के लिए सुरक्षित जरिये का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस लिहाज से घर बैठे ई-कॉमर्स कंपनियों से खरीदारी करने पर जोर दे सकते हैं।
शोध कंपनी रेड सीर कंसल्टिंग के अनुसार इस वर्ष ई-कॉमर्स कंपनियों की अनुमानित 38 अरब डॉलर बिक्री के आंकड़े में त्योहारों पर कोविड-19 के कारण बिक्री बढ़कर 7 अरब डॉलर से अधिक रह सकती है। विश्लेषकों का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले यह आंकड़ा कम से कम 50 प्रतिशत अधिक होगा।
शीर्ष ई-कॉमर्स कंपनियां ग्राहकों को लुभाने के लिए बड़े आयोजन कर सकती हैं। मसलन इस वर्ष अक्टूबर से नवंबर के बीच फ्लिपकार्ट अपने ‘बिग बिलियन डेज’ और एमेजॉन ‘ग्रेट इंडियन फेस्टिवल’ के जरिये धमाकेदार बिक्री कर सकती हैं। एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील और पेटीम दीवाली तक ऐसे कई आयोजन कर सकती हैं। रेडसीर का मानना है कि कोविड के कारण ऑनलाइन खरीदारी करने वाले ग्राहकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। इस एजेंसी के अनुसार लोग महामारी के बीच सुरक्षा कारणों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं और सुरक्षित माध्यमों से खुरीदारी करने पर विशेष जोर दे रहे हैं।
अभी ‘बिग बिलियन डेज’ जैसे आयेाजनों में कम से कम एक महीने बाकी हैं, लेकिन उपभोक्ताओं ने अभी से खरीदारी में दिचलस्पी दिखानी शुरू कर दी है।
रेडसीयर में निदेशक (ई-कॉमर्स) मृगांक गुटगुटिया ने कहा,’कोविड-19 की वजह से उपभोक्ता खरीदारी एवं अन्य दूसरी जरूरतों के लिए डिजिटल माध्यम का अधिक से अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं। अब ऐसे लोग भी ऑनलाइन खरीदारी की ओर मुड़ गए हैं, जो पहले शायद ही इस माध्यम का इस्तेमाल करते हैं। इससे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर खरीदारी करने वाले ग्राहकों की संख्या में इजाफा होना स्वाभाविक ही है।’
उन्होंने कहा कि महामारी की वजह से लोग घर से बाहर दुकानों पर जाकर खरीदारी से परहेज कर रहे हैं और मझोले एवं छोटे शहरों में भी लोग डिजिटल माध्यम से सामान मंगाने को तवज्जो दे रहे हैं।
ई-कॉमर्स कंपनियां जहां बिक्री में खासी तेजी की उम्मीद कर रहे हैं, वहीं उनका ध्यान ग्राहकों को दुरुस्त सेवाएं देने पर भी है। फ्लिपकार्ट ने कहा है कि इन तमाम कवायदों से 70,000 से अधिक प्रत्यक्ष एवं लाखों अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन करने में मदद मिलेगी। कंपनी ने कहा कि ‘बिग बिलियन डेज’ जैसे आयोजनों के लिए बड़े पैमाने पर निवेश की जरूरत होगी और रखरखाव ढांचे के साथ ही ग्राहकों तक सामान पहुंचाने के लिए लोगों की भी दरकार होगी।
ग्राहकों के घर तक सामान पहुंचाने के लिए फ्लिपकार्ट ने 50,000 किराना स्टोर अपने साथ जोड़े हैं, जिससे हजारों रोजगार पैदा होंगे। एमेजॉन ने 10 नए फुलफिलमेंट सेंटर तैयार करने और सात मौजूदा ऐसी सुविधाओं में विस्तार करने की घोषणा की थी। गुरुवार को कंपनी ने बिहार में पहले फुलफिलमेंट सेंटर स्थापित करने की घोषणा की। रेडसीर की रिपोर्ट के अनुसार संगठित खुदरा कारोबार पर जबरदस्त असर हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार इनकी हालत में सुधार तो आएगा, लेकिन त्योहारों के दौरान इनका कारोबार पूरी तरह नहीं सुधरेगा और कुछ बाजार हिस्सेदारी ई-कॉमर्स कंपनियां हथिया लेंगी।
