पिछले छह से नौ महीनों के दौरान उपभोक्ता मांग को पुनर्जीवित करने में देश के छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों की उल्लेखनीय भूमिका रही है जबकि बड़े शहरों में कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। लेकिन अब वह प्रवृत्ति बदल रही है। कोविड-19 के मामलों में नए सिरे से वृद्धि को देखते हुए छोटे शहरों में सख्त पाबंदियां और कफ्र्यू लगा दिए गए हैं जबकि बड़े शहरों में स्थिरता दिख रही है। महाराष्ट्र, पंजाब और केरल जैसे राज्यों में कोविड मामलों में तेजी के मद्देनजर छोटे शहरों में सख्ती बढ़ा दी गई है।
गोदरेज अप्लायंसेज के कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं कारोबार प्रमुख कमल नंदी ने कहा, ‘हां, कोविड-19 की दूसरी लहर व्यापक दिख रही है। यह छोटे शहरों से मांग को प्रभावित करेगी। हालांकि इस साल गर्मी के मौसम में बढ़ते तापमान से एयर कंडिशनर, रेफ्रिजरेटर, एयर कूलर, पंखे एवं डीप फ्रीजर जैसी श्रेणियों को मदद मिलनी चाहिए।’
नंदी देश में ड््यूरेबल कंपनियों के शीर्ष संगठन कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड अप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) के अध्यक्ष भी हैं। सीईएएमए स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है क्योंकि गर्मी के मौसम में उद्योग की लगभग एक तिहाई बिक्री होती है।
अनलॉक के दौरान ड््यूरेबल्स विनिर्माताओं सहित उपभोक्ता वस्तुएं बनाने वाली अधिकतर कंपनियों ने छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों पर ध्यान केंद्रित किया था। इसकी दो वजहें थीं- पहला, लॉकडाउन के बाद छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों की ओर लोगों का पलायन हुआ और दूसरा, उन क्षेत्रों में कोविड के मामले भी कम थे। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में खपत को बल मिल रहा था।
अधिकतर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स कंपनियां शहरी क्षेत्रों में ऑनलाइन चैनलों का इस्तेमाल करती हैं। जबकि छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में वे ऑफलाइन चैनल के जरिये बिक्री को रफ्तार देती हैं। अब इस क्षेत्र के मुख्य कार्याधिकारियों का कहना है कि टियर-2 बाजारों में पाबंदियों के कारण आपूर्ति शृंखला में व्यवधान की समस्या पैदा हो रही है। उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र का बीड जिला बुधवार को अकोला, अमरावती, पुणे, नागपुर, नांदेड़, परभणी और बुलढाणा जैसे शहरों की सूची में शामिल हो गया जहां एक सप्ताह के लिए पाबंदियां लगाई गई हैं। पंजाब में लुधियाना, पटियाला, मोहाली, जालंधर और कपूरथला जैसे स्थानों में रात का कफ्र्यू एवं अन्य प्रतिबंध लगाए गए हैं। केरल में कासरगोड, कन्नूर, पलक्कड़, मलप्पुरम और कोझिकोड जिले बुरी तरह प्रभावित हैं। राज्य सरकार ने इन जिलों में तेजी से कार्रवाई की है।
बजाज इलेक्ट्रिकल्स के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शेखर बजाज ने कहा कि पुणे और नागपुर जैसे शहरों में पाबंदियों के कारण वस्तुओं की आवाजाही में कंपनी को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
